स्कूल मिले बंद, तीन प्रधानाध्यापक निलंबित
जागरण संवाददाता, एटा: नए शिक्षासत्र में विभाग ने बेहतर शैक्षिक माहौल के उद्देश्य से स्कूलों की पड़ताल
जागरण संवाददाता, एटा: नए शिक्षासत्र में विभाग ने बेहतर शैक्षिक माहौल के उद्देश्य से स्कूलों की पड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने निधौलीकलां विकासखंड क्षेत्र के कई स्कूलों का निरीक्षण किया। दो स्थानों पर विद्यालय बंद मिले। वहीं शिक्षक और शिक्षामित्र मौजूद नहीं थे। इसके अलावा अन्य अनियमितताएं भी पाई गईं। संबंधित लापरवाही और निष्क्रियता को लेकर तीन प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर निलंबित किया गया है। वहीं अनुपस्थितों का वेतन व मानदेय कटौती के निर्देश दिए हैं।
बीएसए एसके तिवारी ने सुबह 8.20 पर निधौलीकलां के प्राथमिक विद्यालय नगला नरे पर छापा मारा। इस समय विद्यालय बंद मिला। स्कूल के रसोईघर में कबाड़ा भरा था। वहीं विद्यालय की स्थिति भी व्यवस्थाओं के मामले में दयनीय थी। विद्यालय समय से नहीं खुलने के साथ प्रधानाध्यापक द्वारा कोई सूचना न दिए जाने के साथ मिली अव्यवस्थाओं पर प्रधानाध्यापक विनोद कुमार को निलंबित किया है। शिक्षामित्र अखिलेश कुमार के अनुपस्थित मिलने पर वेतन कटौती के निर्देश दिए हैं। प्राथमिक विद्यालय सोंगरा प्रथम पर प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र ¨सह और शिक्षामित्र सुनीता अनुपस्थित मिलने पर उनका एक दिन का वेतन व मानदेय की कटौती की जाएगी। प्राथमिक विद्यालय सोंगरा द्वितीय 8.30 बजे बंद मिला। शिक्षक और शिक्षामित्र अनुपस्थित थे। ऐसी स्थिति में प्रधानाध्यापिका रीतम शर्मा को निलंबित किए जाने के साथ अनुपस्थित सहायक अध्यापिका, ललिता यादव, शिक्षामित्र ब्रजेश कुमारी के एक दिन का वेतन काटने की कार्रवाई की गई है। इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय जाटवपुरा में 9.15 पर रसोइया उपस्थित मिलीं। इसके अलावा विद्यालय में अन्य अव्यवस्थाओं को देखते हुए प्रधानाध्यापक लाखन ¨सह पर निलंबन की गाज गिरी है। बीएसए ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को समय से विद्यालय खोलने और दायित्व के निर्वहन को लेकर चेताया है। शिक्षामित्र गायब, स्कूल में मिला पति
स्कूलों में शिक्षामित्रों की उपस्थिति और कारगुजारी का पर्दाफाश निरीक्षण में हुआ। जाटवपुरा के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र शशिप्रभा गायब थीं। वहीं उनके पति स्कूल में उपस्थित थे। स्पष्ट था कि नियुक्त शिक्षामित्र के बजाय पति ही विद्यालय पहुंचते हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने शिक्षामित्र का अग्रिम आदेशों तक मानदेय रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर सप्ताहभर में जवाब तलब किया है।