प्राइवेट स्कूलों में मनमानी फीस का विरोध
जागरण संवाददाता, एटा: मंगलवार को कलक्ट्रेट धरना स्थल पर आयोजित हुई मासिक पंचायत में समग्र विकास परिष
जागरण संवाददाता, एटा: मंगलवार को कलक्ट्रेट धरना स्थल पर आयोजित हुई मासिक पंचायत में समग्र विकास परिषद के पदाधिकारियों ने प्राइवेट स्कूलों में वसूली जा रही मनमानी फीस पर आक्रोश जताया। वहीं सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में समान फीस की प्रक्रिया लागू कराने के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा।
पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी ने कहा कि प्राचीन समय से विद्या दान को सर्वश्रेष्ठ बताया गया, जबकि वर्तमान में यह व्यवसाय बन चुका है। जो इतना व्यापक हो चुका है कि प्राइवेट शिक्षण संस्थाएं अभिभावकों से फीस, ड्रेस आदि के नाम पर लूट कर रहीं हैं। अनिवार्य शिक्षा के कानून के अंतर्गत प्राइवेट शिक्षण संस्थाओं में भी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बच्चों के निश्शुल्क शिक्षण की व्यवस्था है। इसके बावजूद जिले में इसका पालन नहीं हो रहा है। जो कि कानून का उल्लंघन है। इसके बावजूद प्रशासन स्तर पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र शास्त्री ने कहा कि शिक्षा माफियाओं द्वारा प्राइमरी से लेकर पीजी कॉलेज स्तरीय संस्थाएं बना रखी हैं, जो सिर्फ परीक्षाओं के दौरान ही खुलती हैं। ऐसी सभी संस्थाओं को चिह्नित कर कार्रवाई होनी चाहिए। पंचायत में पदाधिकारियों ने सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में समान फीस का प्रावधान लागू कराने की मांग करते हुए जिला प्रशासन के माध्यम से शासन को ज्ञापन भेजा। इस मौके पर अर¨वद शाक्य, रामकिशन यादव, ज्ञान ¨सह शाक्य, डॉ. राजेश शाक्य, नत्थू खां, देवकी नंदन वर्मा, अचल ¨सह कुशवाह, हर्षवर्धन, अवधेश कुमार, सत्यपाल सविता, केपी ¨सह वर्मा, शकुंतला देवी, भगवान देवी, सुनीता देवी, मुन्नी देवी, भगवंती देवी, लाजे देवी मौजूद थीं।