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सुरक्षित यातायात सप्ताह: यातायात पुलिस के पास संसाधनों का अभाव

सिग्नल की जगह हाथ के इशारों से संभाला जा रहा ट्रैफिक अप्रशिक्षित होमगार्ड पूरी कर रहे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कमी

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 06:58 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 06:58 AM (IST)
सुरक्षित यातायात सप्ताह: यातायात पुलिस के पास संसाधनों का अभाव
सुरक्षित यातायात सप्ताह: यातायात पुलिस के पास संसाधनों का अभाव

एटा: ट्रैफिक पुलिस संसाधनों के अभाव से जूझ रही है। यहां न पर्याप्त गाड़ियां हैं और न ही वाहनों को खींचने के लिए क्रेन। सड़कों पर पर्याप्त ट्रैफिक बूथ भी नहीं हैं। जेब्रा क्रासिग और ट्रैफिक सिग्नल के प्रस्ताव विभागों में लंबित हैं, लेकिन उन पर अमल नहीं हो रहा। उपकरणों का भी अभाव है। हालांकि स्पीडो मीटर उपलब्ध कराए गए हैं। यातायात पुलिस को सशक्त बनाने के लिए पर्याप्त बजट की आवश्यकता है।

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होमगार्ड के 60 जवान ट्रैफिक पुलिस से संबद्ध किए गए हैं। ये ट्रैफिक नियंत्रण में सहयोग करते हैं, लेकिन उनमें प्रशिक्षण का अभाव साफ दिखाई देता है। चालान काटने का अधिकार भी सिर्फ यातायात पुलिस के जवानों को ही है। खुद की क्रेन न होने से यातायात पुलिस को नगर पालिका के भरोसे रहना पड़ता है, जिसके चलते कई बार घंटों इंतजार भी करना पड़ता है। जेब्रा क्रासिग के लिए पांच प्वाइंट चिह्नित

शहर में जेब्रा क्रासिग बनाने के लिए तीन प्वाइंट हाथी गेट, एक अलीगंज तिराहा और एक होटल माया पैलेस पर चिह्नित है। हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने इसका प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग और एनएचएआइ को भेजा है, लेकिन उस पर कोई अमल नहीं हुआ। धुआं मापक उपकरण खराब

यातायात पुलिस के पास धुआं मापने वाले पर्याप्त उपकरण भी नहीं हैं। किसी भी वाहन से कितना भी धुआं निकलता रहे, मगर उसकी नाप नहीं हो सकती। छह चाहिए ट्रैफिक बूथ

शहर में यातायात नियंत्रण के लिए हाईवे पर आधा दर्जन ट्रैफिक बूथों की जरूरत है। ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को बीच सड़क पर खड़े होकर ड्यूटी देनी पड़ती है। इसका प्रस्ताव भी नगर पालिका को दे दिया गया है, लेकिन उस पर अमल नहीं हुआ। हालांकि दो बूथों का निर्माण तीन माह पूर्व कराया जा चुका है। अस्थाई बैरियर हटाए

यातायात को नियंत्रित करने के लिए पूर्व में अस्थाई बैरियर लगाए गए थे, मगर प्रयोग असफल रहने पर बैरियर हटा लिए गए। इसके बाद कुछ चौराहों पर यू-टर्न की व्यवस्था की गई, लेकिन यह प्रयोग भी सफल नहीं हो सका। डिवाइडर की जगह शटर से चल रहा काम

शहर में जीटी रोड पर कई जगह डिवाइडर नहीं हैं वहां शटर बैरियर से काम चलाया जा रहा है। कुछ स्थानों पर छोटे-छोटे ट्रैफिक पोल रख दिए गए हैं ताकि वाहन क्रास न हो सकें और न गलत दिशा में मुड़ सकें। उपलब्ध संसाधनों में यातायात पुलिस बेहतर कार्य कर रही है। पुलिसकर्मी परिश्रम कर यातायात को नियंत्रित कर रहे हैं। कुछ और संसाधनों की आवश्यकता है, निकट भविष्य में उपलब्ध कराए जाएंगे।

राजकुमार, सीओ सिटी


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