शिक्षकों ने डीबीटी का कार्य कराने का किया विरोध
प्राथमिक शिक्षक संघ ने कलक्ट्रेट में धरना देकर उठाई मांग जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने भी बीएसए को दिया ज्ञापन
जासं, एटा: सरकार की नीतियों और वादाखिलाफी के विरोध में फिर से शिक्षक संगठन आंदोलन की राह पर है। शिक्षकों से डीबीटी योजना का कार्य कराए जाने के विरोध तथा पुरानी पेंशन सहित अन्य मांगों को लेकर सोमवार को शिक्षक संगठनों ने मुख्यालय पर हूंकार भरी। प्राथमिक शिक्षक संघ पांडेय गुट तथा जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग ज्ञापन सौंपा।
आंदोलन की पूर्व निर्धारित रणनीति के अनुरूप प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी दोपहर तीन बजे कलक्ट्रेट परिसर में इकट्ठे हुए। यहां धरना देने के साथ ही शिक्षकों ने काफी समय से की जा रही मांगों को लंबित रखे जाने पर आक्रोश जताया। जिलाध्यक्ष लोकपाल सिंह यादव तथा जिला मंत्री वीरपाल सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल की जाए। शिक्षकों को भी कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए। शिक्षामित्रों का अनुदेशकों को शिक्षकों के पद पर समायोजित किए जाने के साथ रसोइया महिलाओं को नियमित वेतन भुगतान की मांग उठाई। संगठन द्वारा डीबीटी तथा अन्य आनलाइन कार्यों के लिए शिक्षकों को बाध्य न किए जाने तथा यह कार्य ब्लाक पर नियुक्त कंप्यूटर आपरेटर से कराने की बात कही। इसके अलावा नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन एरियर भुगतान सहित अन्य मांगों को लेकर जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम अलंकार अग्निहोत्री को सौंपा।
प्रवीण फौजी, ओमवीर राजपूत, अभिलाष, ललित यादव, ज्ञानेंद्र यादव, जितेंद्र उर्फ लालू, सोमेंद्र यादव, यशपाल, जयंत मौर्य, मुकेश, राजेश पांडेय, नवनीत यादव, ओमकार, मनोज राजपूत, राघवेंद्र, विवेक यादव, अनिल, कृष्णगोपाल, खेवेंद्र, सुमन, भावना, गीता यादव, ललित यादव, रवि, प्रशांत, आशुतोष विक्रम, शरद ललित, संजय यादव, रविकांत यादव, लोकेंद्र, पुष्पेंद्र, वीरबहादुर, जयराम, इंद्रेश, रजनीश यादव, ओमेंद्र, ललित, अरविद, विजय पचौरी, वीरेंद्र बाबा, विकास यादव, नागेंद्र राम यादव, अरुनकांत, अनुराग उपाध्याय, सुमित मिश्र, रमेश, पुष्पेंद्र, मानपाल, पूनम यादव, मनोज यादव, अनुराग उपाध्याय, पुष्पेंद्र यादव, सुमित मिश्रा, जैनेंद्र कुमार, रामनरेश यादव शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
दूसरी ओर जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने बीएसए कार्यालय पर पहुंचकर डीबीटी के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों को किए जा रही भुगतान की डाटा फीडिग का कार्य शिक्षकों से न कराने की मांग उठाई। संगठन पदाधिकारियों का कहना था कि 20 फीसद शिक्षक स्मार्ट फोन चलाना नहीं जानते। विभाग द्वारा कोई भी संसाधन लैपटाप मोबाइल तथा डाटा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा। शिक्षकों को दंडात्मक कार्रवाई का भय दिखाकर नियमों के विरुद्ध डाटा फीडिग के लिए बाध्य किया जा रहा है, जोकि अन्याय है। संगठन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। इसके अलावा तमाम डीबीटी से जुड़ी समस्याओं को लेकर कहा कि विभाग खुद इसकी व्यवस्था कराएं। अंत में बीएसए को ज्ञापन दिया गया। मंडलध्यक्ष रजनीश यादव, जिला अध्यक्ष देवेंद्र यादव के अलावा राजीव यादव बाबी, राजीव वर्मा, मुनेश सिसोदिया, डा. विनय गुप्ता, वीरेश यादव, विक्रम सिंह, भावना सिंह, मनीष दुबे, धर्मेंद्र यादव आदि शिक्षक मौजूद थे।