काशीराम कालोनी में मिले 157 मरीज, पाइप लाइन दुरुस्त
एटा जासं। काशीराम कालोनी में दूषित पानी के चलते बीमार हुए लोगों की तादाद परखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार को पहुंची और लोगों का परीक्षण किया। इस दौरान 157 मरीज पाए गए जिनमें 30 रोगी डायरिया के हैं। कालोनी के हालात मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद टीमें पहुंची जबकि इससे पहले तमाम शिकायतें होने के बावजूद भी किसी ने झांक कर नहीं देखा।
एटा, जासं। काशीराम कालोनी में दूषित पानी के चलते बीमार हुए लोगों की तादाद परखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार को पहुंची और लोगों का परीक्षण किया। इस दौरान 157 मरीज पाए गए, जिनमें 30 रोगी डायरिया के हैं। कालोनी के हालात मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद टीमें पहुंची, जबकि इससे पहले तमाम शिकायतें होने के बावजूद भी किसी ने झांक कर नहीं देखा।
डा. विशाल सक्सेना के नेतृत्व में गई टीम ने घर-घर पहुंचकर स्वास्थ्य परीक्षण किया। इस दौरान 157 मरीज सामने आए। इनमें कुछ डायरिया तो कुछ बुखार व अन्य पेट संबंधी बीमारियों से ग्रसित हैं। कुछ बच्चों की हालत ज्यादा बिगड़ी हुई थी, उनके परिजनों को सलाह दी गई कि वे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराएं। चिकित्सकों का मानना है कि दूषित पानी से बीमारियां बढ़ जाती हैं और बच्चे, बूढ़े, जवान कोई भी इन बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। कुछ मरीज ऐसे भी मिलें जिन्हें त्वचा संबंधी रोग थे। इसलिए माना जा रहा है कि दूषित पानी के इस्तेमाल से ही ऐसे रोग फैल रहे हैं। डाक्टरों की टीम को निगरानी के लिए लगाया गया है। वहीं दूसरी तरफ जो पाइप लाइन टूटी थी उसे ठीक करने के लिए नगर पालिका की टीम पहुंची और लीकेज खत्म कर दिया गया। अधिकारियों का दावा है कि अब लीकेज की समस्या नहीं रही। नहीं लिए पानी के नमूने
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जिस दूषित पानी को लेकर काशीराम कालोनी के लोग बीमार हैं उसके नमूने लेने की जहमत किसी ने भी नहीं उठाई, जबकि पानी की जांच कराना इस प्रकरण में सबसे ज्यादा अहम है। लोग शिकायत कर रहे हैं कि सरकारी हैंडपंप का पानी भी दूषित हो चुका है। अगर पानी की जांच होगी तो सही स्थिति सामने आ जाएगी।