डेढ़ दर्जन बड़े डार्क प्वाइंट, हाईवे पर दोहरी चुनौती
कोहरे के कहर के दिन आने वाले हैं इसलिए पहले से ही अपने जेहन
एटा, जागरण संवाददाता : कोहरे के कहर के दिन आने वाले हैं, इसलिए पहले से ही अपने जेहन में बैठा लीजिए कि कहां-कहां डार्क प्वाइंट हैं। जिले की कई सड़कों पर कोहरे के दिनों में सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। इस बार नेशनल हाईवे 91 को फोरलेन किया जा रहा है इस वजह से निर्माण कार्य चलने के कारण इस बार खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। कई पुलियां भी ऐसी हैं जिनकी साइडें या तो टूटी हैं या फिर बनी ही नहीं हैं। इस कारण भी हादसे होते हैं। सुरक्षित सफर के लिए सड़कों की स्थिति के बारे में पहले से ही जान लेना जरूरी है।
जनपद में डेढ़ दर्जन ऐसे स्थान हैं जिन्हें पुलिस ने हादसों को लेकर ब्लैक स्पॉट या डार्क प्वाइंट के रूप में चिन्हित कर रखा है। इन स्थानों पर पूर्व में संकेतक भी लगाए गए थे, लेकिन एटा-कासगंज और दिल्ली-कानपुर नेशनल हाईवे पर फोरलेन निर्माण के कारण यह संकेतक हटा दिए गए हैं। हालांकि एटा-कासगंज फोरलेन का निर्माण हो चुका है, लेकिन दिल्ली-कानपुर हाईवे पर काम चल रहा है। इस कारण सड़क संकरी हो गई है और दोनों ओर मिट्टी और गिट्टी के ढेर लगे हैं। कोहरे में यह रोड वाहन चालकों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनेगा। जरा सी सावधानी हटने पर दुर्घटना हो सकती है। इस रोड पर एक चुनौती यह भी है कि दौड़ते वाहनों के साथ धूल भी उड़ती है इसलिए कोहरे के दौरान धूल के कारण भी खतरा बढ़ेगा। ये हैं बड़े डार्क प्वाइंट
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- शहर में ओवरब्रिज पर एटा-कासगंज रोड वाला मोड़
- जीटी रोड पर गांव सुन्ना का मोड़
- जीटी रोड पर स्थित गांव सेंथरी-मानपुर
- एटा-आगरा रोड पर हिम्मतपुर
- एटा-आगरा रोड पर गदनपुर
- शहर में शिकोहाबाद, आगरा और अलीगंज चुंगी
- गांव जिरसमी और ओंनघाट
- एटा-कासगंज रोड पर सिरसा टिप्पू, गिरौरा
- एटा-अलीगंज रोड पर कीलरमऊ, परौली
- मारहरा क्षेत्र में पिवारी
- सकीट क्षेत्र में सकीट-औंछा मोड़
- जलेसर-हाथरस मार्ग पर सिमराऊ मोड
- जलेसर-निधौली कलां मार्ग पर ग्रामीण स्टेडियम के पास पुलिया लगाए जाएंगें रिफ्लेक्टेड संकेतक
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जिले में हालांकि तमाम स्थानों पर संकेतक लगे हैं, फिर भी कुछ जगह ऐसी हैं जहां संकेतकों को लगाए की आवश्यकता है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि सड़क हादसे रोकने के लिए पीडब्ल्यूडी व अन्य सड़कों के लिए जिम्मेदार विभागों के लिए पुलिस की तरफ से पत्र भेजा जाएगा। शहर में कई पुलियां खतरनाक
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ग्रामीण क्षेत्रों में तो छोड़िए शहर में भी कई पुलियां खतरनाक हैं। ठंडी सड़क पर दो पुलियां ऐसी हैं जो धंस चुकी हैं और उन पर जुगाड़ करके काम चलाया जा रहा है। कई जगह नालों के मैन हॉल खुले हैं। ओवरब्रिज की ढलान पर साइडें तक नहीं हैं। वली मोहम्मद चौराहे की पुलिया के बीच में मैन हॉल खुला हुआ है। कोहरे में इससे खतरा और ज्यादा बढ़ेगा।