एनसीईआरटी की किताबों से ही होगी पढ़ाई
जागरण संवाददाता, एटा: माध्यमिक स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही पढ़ाई होगी। अब तक पुस्तक विक्
जागरण संवाददाता, एटा: माध्यमिक स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही पढ़ाई होगी। अब तक पुस्तक विक्रेताओं द्वारा पुस्तकों की कम उपलब्धता को लेकर जानकारी पर निदेशक ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देने के साथ ही प्रकाशकों व पुस्तकों के मूल्यों को लेकर भी स्थिति साफ कर दी है। निदेशक ने पुस्तकों की उपलब्धता व पुस्तक विक्रेताओं पर भी अंकुश को लेकर भी विभाग की जवाबदेही तय की है।
वैसे तो नया शिक्षासत्र शुरू हुए 10 दिन गुजर गए। स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया भी चल रह है, लेकिन कई स्थानों पर पुस्तक विक्रेता एनसीईआरटी की पुस्तकों की उपलब्धता और बिक्री के मामले में विभाग का रुख भांप रहे हैं। यही वजह है कि पुस्तक विक्रेताओं के यहां निर्धारित पुस्तकें कम उपलब्ध हैं या फिर कुछ विक्रेता पुस्तकों के साथ-साथ विद्यार्थियों को प्राइवेट प्रकाशकों की गाइड व अच्छे कमीशन वाली सहयोगी पुस्तकें देने से भी नहीं चूक रहे हैं। चूंकि इन दिनों प्राइवेट स्कूलों में भी किताबों की खरीद में अभिभावकों के शोषण का मामला उठाया जा रहा है। ऐसे में पुस्तकों की उपलब्धता को लेकर नए सत्र में हालात खराब न हों इसके लिए शासन ने पूरी जिम्मेदारी महकमे के अधिकारियों को ही दी है।
विक्रेता पुस्तकों की कृत्रिम कमी को भी प्रदर्शित नहीं कर पाएंगे। इसके लिए प्रकाशकों से संपर्क कर विभाग उपलब्धता की जानकारी करेगा और पुस्तकें भी उपलब्ध कराने में सहयोगी की भूमिका निभाएगा। अब तक पुस्तक विक्रेताओं की कारगुजारी की पूरी निगरानी होगी। शासन ने जिले के अधिकारियों को हर विषय की पुस्तकों और प्रकाशकों के संबंध में भी विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए सक्रियता बढ़ाने को कहा है। संबंधित सूचियां स्कूलों में लगाए जाने और विद्यार्थियों को भी यह जानकारी दी जाएगी। डीआईओएस एसपी यादव ने मिले निर्देशों के अनुरूप पुस्तक विक्रेताओं व स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया है कि एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही शिक्षण होगा। कहीं भी पुस्तक विक्रेता या स्कूल संचालकों द्वारा निर्देशों के विपरीत स्थिति पाई गई तो उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। पुस्तकों के साथ गाइड की अनिवार्यता नहीं है।