ग्राहकों का डाटा चुराता था सरगना
लोगों के पैन कार्ड आधार कार्ड कंप्यूटर में रखते थे सुरक्षित ठगों का रैकेट खंगालने में जुटी पुलिस
जासं, एटा : साइबर ठगों को सिम कार्ड बेचने वालों का अड्डा कचहरी पर था, जहां एक दुकान पर आने वाले लोगों के आधार कार्ड, पेन कार्ड, मास्टर माइंड अपने कंप्यूटर में सेव कर लेता था। इसके बाद फोटो क्राप कर दूसरा फोटो लगाकर सिमकार्ड हासिल कर लिए जाते थे। यह काम काफी समय से चल रहा था, लेकिन अब पकड़ में आया है।
कचहरी चौराहे पर मुख्य आरोपित की फोटोस्टेट की दुकान है जहां तमाम ग्राहक हर रोज अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड की फोटो कापी कराने आते हैं। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ से पता चला है कि छोटे प्रिटर से ग्राहकों को फोटो कापी करके देते थे और उसी वक्त स्कैनर के जरिए डाटा सेव कर लिया जाता था। इसके बाद फोटोशाप में जाकर फोटो क्राप कर उस जगह दूसरा फोटो चिपका दिया जाता था और उसकी फोटो कापी निकालकर सिमकार्ड कहीं से भी हासिल कर लेते थे, जिन्हें साइबर ठगों को बेचा जाता था। शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र नाथ मिश्रा ने बताया कि एक साल से यह खेल चल रहा था, लेकिन पुलिस के संज्ञान में मामला तब आया जब शिकायत हुई। संयोग से राजस्थान के आरोपित भी सिम खरीदने के लिए एफआइआर वाले दिन ही आए थे, जब छापा मारा गया तो सभी को गिरफ्तार कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय कुशवाह ने बताया कि इस गिरोह का बड़ा नेटवर्क है और पूरे चैनल को खंगालने की कोशिश की जा रही है। नेटवर्क में जो और लोग शामिल हैं उन्हें भी जल्द ही पकड़ा जाएगा। इसके लिए पुलिस टीम बनाई गई है।