मंडी में पसरा रहा सन्नाटा, किसान परेशान
अब तक कम से कम 15 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हो चुका
एटा, जासं। मंडी समिति में हड़ताल के चलते शुक्रवार को भी सन्नाटा पसरा और कोई कामकाज नहीं हुआ। 21 सितंबर से हड़ताल चल रही है और तब से लेकर अब तक कम से कम 15 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हो चुका है। वहीं किसान भी अपना माल नहीं उतार पा रहे।
मंडी समिति में हड़ताल के चलते इन दिनों रौनक ही चली गई है। अब तक भारी घाटे के कारण व्यापारियों को भी भारी नुकसान हुआ है। किसान अपना माल नहीं ला पा रहे और वे भी परेशान हैं, लेकिन व्यापारी आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। वैसे तो हड़ताल 26 सितंबर तक प्रस्तावित है, लेकिन व्यापारी नेता कह रहे हैं कि अगर नेतृत्व का आदेश होगा तो आंदोलन अन्य किसी रूप में आगे बढ़ा दिया जाएगा। व्यापारियों के पास पहले से ही अनाज का स्टॉक था और उन्हें यह अनाज बाहर भेजना था, लेकिन कोई भी अपना माल नहीं निकाल पा रहा। खाद्यान्न व्यापार समिति के अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता ने बताया कि हड़ताल 26 सितंबर तक प्रस्तावित है। हड़ताल में मंडी के दोनों गुट शामिल हैं। सरकार को मॉडल एक्ट वापस लेना चाहिए, क्योंकि इससे किसानों को भी घाटा होगा और उनका शोषण होता रहेगा।
- भूमिराज सिंह बाहर की आने वाली कंपनियां हमें उचित मूल्य नहीं दे पाएंगी, इस वजह से यह एक्ट वापस होना चाहिए।
- विनोद कुमार पहले मॉडल एक्ट के बारे में किसानों को जानकारी भी कर लेनी चाहिए, तब ही सोच-समझकर निर्णय लेना अच्छा है।
- रामदास मॉडल एक्ट का विरोध ही करना है तो अन्य तरीकों से भी किया जाए और शीघ्र से शीघ्र हड़ताल खुलनी चाहिए।
- सुखवीर