लॉकडाउन में लटक गया डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम
जागरण संवाददाता एटा कोरोना की रोकथान के लिए हुए लॉकडाउन में स्वच्छ भारत मिशन के क
जागरण संवाददाता, एटा : कोरोना की रोकथान के लिए हुए लॉकडाउन में स्वच्छ भारत मिशन के काम पर भी ब्रेक लग गया है। बजट खर्च करके वाहन और अन्य संसाधनों की खरीद होने के बाद भी पालिका को सामान नहीं मिल सका है। जिसे लेकर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम अधर में लटक गया है। इससे शहर में लगने वाले जगह-जगह कूडे़ के ढेरों से निजात नहीं मिल पा रही है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए शासन स्तर से ठोस कदम उठाए गए थे। जिसमें नगर पालिका को साफ सफाई बेहतर करने का सरकार ने जिम्मा सौंपा था। नगर पालिका को शासन स्तर से दो करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध कराया था। शासन से मिले रकम से नगर पालिका ने जेम पोर्टल के माध्यम से 25 टेम्पो, 50 रिक्शा और तीन कॉम्पेक्टरों की खरीदारी कर ली है। कुछ समय बाद शुरू हुए लॉकडाउन के कारण नगर पालिका को टेंपो सहित अन्य संसाधन उपलब्ध नहीं हो सके। इन संसाधनों के न मिल पाने के कारण डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम नहीं हो पा रहा है। घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन न हो पाने के चलते शहर में जगह-जगह कूडे़ के ढेर लगे हुए दिखाई देते रहते है़। जिनसे दुर्गंध आने के साथ ही आवारा पशुओं को भी पॉलीथिन खाने नुकसान होता है। कूडे़ के ढेरों को उठाने के लिए नगर पालिका के कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इसके बाद भी सभी जगहों पर कर्मचारी पहुंच भी नहीं पाते है। जिसके कारण छोटी-छोटी गलियों में गंदगी के ढेर लंबे समय तक लगे रहते है। इससे सरकार का स्वच्छ भारत मिशन सफल नहीं हो पा रहा है।
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संसाधनों की खरीद-फरोख्त हो चुकी है। लॉकडाउन के कारण संसाधन उपलब्ध नहीं हो सके है। संसाधन मिलने के बाद सफाई रूटीन में चलती रहेगी।
--डॉ. दीप कुमार वाष्र्णेय, ईओ, नगर पालिका एटा।