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खंभे में करंट की चपेट में आया कांवड़ यात्री, हड़कंप

मारहराः विद्युत विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से कांवड यात्री करंट की चपेट में आ गया। खंभे से नीचे उतरे करंट से

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jul 2022 10:39 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jul 2022 10:39 PM (IST)
खंभे में करंट की चपेट में आया कांवड़ यात्री, हड़कंप
खंभे में करंट की चपेट में आया कांवड़ यात्री, हड़कंप

खंभे में करंट की चपेट में आया कांवड़ यात्री, हड़कंप

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फोटो-24ईटीएच-16 संवाद सूत्र, मारहराः कस्बा मारहरा में विद्युत खंभे में दौड़ रहे करंट की चपेट में एक कांवड़ यात्री आ गया। करंट की वजह से वह अचेत हो गया, मगर स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया। घटना के बाद विद्युत विभाग में हड़कंप मच गया और कई विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए। करंट कैसे दौड़ा इसकी जांच की जा रही है। फिलहाल यात्रा मार्ग पर लगे सभी खंबों को प्लास्टिक सीट से कवर्ड कर दिया गया। रविवार सुबह लगभग आठ बजे धौलपुर निवासी सुरजीत अपने अन्य साथियों के साथ कासगंज के सोरों से कांवड़ लेकर मारहरा कस्बा से गुजर रहा था। उसी समय कस्बा के हनुमान चौक वाले मोड़ पर रखे विद्युत ट्रांसफारमर के पोल में बरसात की वजह से दौड़ रहे करंट की चपेट में आकर अचेत हो गया। इसे देख मौके की तरफ लोग दौड़ पड़े और कावंडिया को करंट की चपेट से बचाते हुए उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही एएसपी क्राइम स्नेहलता और अधिशासी अभियंता एपी सिंह मौके पर पहुंच गए। जहां उन्होंने विद्युत विभाग की लापरवाही होने की बात कही। वहीं मारहरा एसओ सत्यपाल सिंह ने बताया कि कांवड़ यात्री को चिकित्सक के यहां प्राथमिक उपचार दिलाने के बाद बाइक द्वारा पुनः कांवड़ लाने के लिए सोरों भिजवा दिया गया। उधर विद्युत विभाग के अधिकारियों ने सभी खंभों पर प्लास्टिक सीट लगाने के निर्देश दिए, ताकि करंट न दौड़े। मुस्लिम समुदाय के लोग दौड़े कांवड लेकर जा रहे यात्री को करंट की चपेट में आकर देख मुस्लिम समुदाय के लोग भागते हुए मौके पर पहुंच गए। जहां मुहम्मद शमीम, चांद मियां, कासिम आदि दुकानदारों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए सुरजीत को किसी तरह करंट की चपेट से छुड़ाया। इसके बाद शरीर की मालिश आदि कर उसे अस्पताल तक पहुंचाया। खुले इंशुलेसन को नहीं कराया बंद: कावंड लेकर जा रहे युवक को करंट लगने की घटना में विद्युत विभाग के कर्मचारी काफी हद तक दोषी हैं। जिसके पीछे खंभे पर लगा इंशुलेसन खुला होना है। अधिशासी अभियंता एपी सिंह ने बताया कि खुले इंशुलेसन को बंद कराने के लिए पिछले दिनों जेई आदि को निर्देश दिया गया था। इसके बाद भी इंशुलेसन बंद नहीं कराया गया। मामले की जांच रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। जो उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी। इसके बाद दोषी बिजली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।


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