भाजपा और सपा खेमे में जिला पंचायत अध्यक्ष पद को सियासत तेज
भाजपा का प्रत्याशी घोषित होना बाकी अपनी-अपनी मजबूती का दावा सपा के सदस्य सुरक्षित ठिकानों पर भाजपा जोड़तोड़ में जुटी
जासं, एटा: जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर नामांकन में अभी तीन दिन शेष हैं। वहीं सपा और भाजपा में रस्साकसी तेज हो गई है। सपा के सदस्य गायब होकर सुरक्षित ठिकानों पर हैं तो भाजपा जोड़तोड़ में जुटी है। दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी मजबूती का दावा कर रही हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन 26 जून को होने हैं। समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव की पत्नी रेखा यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। सपा के जिला पंचायत सदस्य अपने घरों पर नहीं हैं। वे कई दिन से गायब हैं तथा सुरक्षित ठिकानों पर हैं। सपा के नेता यह दावा कर रहे हैं कि उनके पास पूर्ण बहुमत है। कुछ इसी तरह के दावे भाजपा की ओर से भी किए जा रहे हैं। हालांकि भाजपा को जोड़तोड का ही सहारा है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि वे गैर सपा सदस्यों के भी संपर्क में हैं। हाल ही में दो सपा नेता राजेश यादव और गिरीश यादव भाजपा में शामिल हुए हैं। पार्टी के अंदर प्रयास यह लगाए जा रहे हैं कि दोनों में से कोई एक प्रत्याशी घोषित हो सकता है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह यहां आए थे, जिन्होंने पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों और विधायकों से संभावित प्रत्याशियों के बारे में चर्चा की थी और उन्होंने कहा था कि पार्टी के उम्मीदवार की घोषणा लखनऊ में ही की जाएगी। कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ जनपदों के प्रत्याशियों की घोषणा हो चुकी है। इसलिए अब यह माना जा रहा है कि एटा के प्रत्याशी की घोषणा अतिशीघ्र कर दी जाएगी। लोगों में इस बात को लेकर उत्सुकता है कि भाजपा किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी।
पार्टी के जिलाध्यक्ष संदीप जैन ने बताया कि नेतृत्व से पार्टी प्रत्याशी को लेकर चर्चा हो चुकी है, फैसला उसे ही करना है। शीघ्र ही प्रत्याशी की घोषणा कर दी जाएगी। दूसरी तरफ सपा जिलाध्यक्ष परवेज जुबैरी ने बताया कि हमारे पास पूर्ण बहुमत लायक सदस्य हैं जो सपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करेंगे। चुनाव कार्यक्रम
----------------
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन 26 जून सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक कलक्ट्रेट पर जिलाधिकारी न्यायालय में होंगे। अगर डीएम कोर्ट में नामांकन किसी कारणवश न हो पाए तो एडीएम वित्त एवं राजस्व सुनील कुमार की कोर्ट में दाखिल किए जा सकेंगे।
जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित अग्रवाल ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच 26 जून को ही दोपहर तीन बजे तक की जाएगी। नाम वापसी 29 जून को 11 से दोपहर तीन बजे तक हो सकेगी। आवश्यकता हुई तो तीन जुलाई को कलक्ट्रेट पर ही मतदान कराया जाएगा।