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अपर आयुक्त के निर्देश के बाद भी नहीं बदले हाल

जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं के आगे आला अफसरों के निर्देश भी बेअ

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 05:00 AM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 05:04 AM (IST)
अपर आयुक्त के निर्देश के बाद भी नहीं बदले हाल
अपर आयुक्त के निर्देश के बाद भी नहीं बदले हाल

एटा, जागरण संवाददाता: जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं के आगे आला अफसरों के निर्देश भी बेअसर हैं। दो दिन पहले कोविड के संदिग्ध मरीजों की व्यवस्था अलग करने के निर्देश अपर आयुक्त अलीगढ़ मंडल ने दिए थे। लेकिन सोमवार को ओपीडी खुलने पर निर्देशों के पालन को लेकर कोई गंभीरता नहीं बरती गई।

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अफसरों ने दूरगामी असर सोचे बिना ही अस्पताल में सामान्य लैब के पास कोविड लैब स्थापित करा दी। कोरोना जांच कराने के लिए आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी तो यह स्थिति अन्य सामान्य मरीजों के लिए मुसीबत बन गई। बीमारियों के मौसम में जहां कई लोगों की सामान्य बीमारी संबंधी जांचें हो रही हैं। तो दूसरी ओर कोविड जांच के पंजीकरण और रिपोर्ट लेने के लिए हर दिन सौ से अधिक संदिग्ध मरीज पहुंच रहे हैं। जो सामान्य रोगियों के संपर्क में रहते हैं। शनिवार को अपर आयुक्त अलीगढ़ मंडल डॉ. कंचन सरन ने इस स्थिति पर आपत्ति जताई थी।

जागरण की टीम ने यहां सुबह के समय पड़ताल की। जांच कराने के लिए सबसे पहले परचा बनवाया जा रहा था। इसमें अन्य रोगियों के साथ कतार में कोविड संदिग्ध भी कतार में एक-डेढ़ घंटे तक खड़े हो रहे थे। बाद में चिकित्सक से परामर्श के लिए भी कतार लग रही थी। इसके बाद ऊपरी मंजिल पर लैब में पंजीकरण किया जा रहा था। सैंपल लेने के लिए परिसर में बाहर की ओर व्यवस्था थी। लेकिन रिपोर्ट के लिए फिर लैब में ही पहुंचना पड़ रहा था। हर दिन यहां आठ से दस लोग पॉजिटिव निकलते हैं। जो इतनी कवायद में कई लोगों तक संक्रमण पहुंचाते होंगे।


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