जिला अस्पताल में मरीजों से अभद्रता, हटाया प्रशिक्षु डॉक्टर
एटा जासं। नियमित चिकित्सकों की गैरमौजूदगी में जिला अस्पताल में मरीजों को देख रहे एक प्रशिक्षु डॉक्टर का ओपीडी में मरीजों से झगड़ा हो गया। मरीजों ने डॉक्टर पर नशे में होने और अभद्रता का आरोप लगाया। डॉक्टर का कहना था कि मरीज हंगामा कर रहे थे जिन्हें उन्होंने रोका। सीएमएस ने प्रशिक्षु को अस्पताल से हटा दिया है। बुधवार को जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ थी। दोपहर एक बजे फिजीशियन कक्ष में कोई भी नियमित चिकित्सक नहीं था। साईं मेडिकल कालेज अलीगढ़ से बीएएमएस करके इंटर्नशिप को आए डॉ. मनोज को मरीज देखने बिठा दिया। भीड़ ज्यादा और चिकित्सक न होने से मरीज पहले से ही आक्रोशित थे। आरोप है कि इसी समय प्रशिक्षु डॉक्टर ने मरीजों से ऊंची आवाज में बात कर दी। मरीजों ने आरोप लगाया कि चिकित्सक नशे में है और अभद्रता कर रहे हैं।
एटा, जासं। नियमित चिकित्सकों की गैरमौजूदगी में जिला अस्पताल में मरीजों को देख रहे एक प्रशिक्षु डॉक्टर का ओपीडी में मरीजों से झगड़ा हो गया। मरीजों ने डॉक्टर पर नशे में होने और अभद्रता का आरोप लगाया। डॉक्टर का कहना था कि मरीज हंगामा कर रहे थे जिन्हें उन्होंने रोका। सीएमएस ने प्रशिक्षु को अस्पताल से हटा दिया है।
बुधवार को जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ थी। दोपहर एक बजे फिजीशियन कक्ष में कोई भी नियमित चिकित्सक नहीं था। साईं मेडिकल कालेज अलीगढ़ से बीएएमएस करके इंटर्नशिप को आए डॉ. मनोज को मरीज देखने बिठा दिया। भीड़ ज्यादा और चिकित्सक न होने से मरीज पहले से ही आक्रोशित थे। आरोप है कि इसी समय प्रशिक्षु डॉक्टर ने मरीजों से ऊंची आवाज में बात कर दी। मरीजों ने आरोप लगाया कि चिकित्सक नशे में है और अभद्रता कर रहे हैं।
सीसीटीवी में स्थिति देख रहे सीएमएस डॉ. राजेश अग्रवाल पहुंचे तो उन्हें भी चिकित्सक की स्थिति संदिग्ध लगी। उन्होंने उक्त चिकित्सक को अस्पताल से चले जाने का आदेश दे दिया।
नहीं कराया परीक्षण
प्रशिक्षु डॉक्टर को हटाने की कार्रवाई तो कर दी, लेकिन इससे पहले अस्पताल प्रशासन की ओर से उनका चिकित्सकीय परीक्षण नहीं कराया गया। इसके जरिए ही स्थिति स्पष्ट हो सकती थी कि डॉक्टर पर नशे में होने का आरोप सही हैं या गलत।
वर्जन
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तीन-चार दिन पहले ही डॉ. मनोज इंटर्नशिप के लिए यहां आए थे। बुधवार को मरीजों के साथ उनका व्यवहार अच्छा नहीं था। उन्हें अस्पताल से हटाकर महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को पत्र भेज दिया गया है।
- डॉ. राजेश अग्रवाल, सीएमएस