महिला अस्पताल में बढ़ाए ठंड से बचाव के इंतजाम
राजस्थान के कोटा में एक अस्पताल में नवजात शिशुओं की मौत का मामला
एटा, जागरण संवाददाता: राजस्थान के कोटा में एक अस्पताल में नवजात शिशुओं की मौत का मामला पूरे देश में गरमा रहा है। इसे लेकर यहां जिला महिला अस्पताल में इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं। बच्चों को ठंड से बचाने के लिए हीटर व बेबी कंबलों की व्यवस्था की गई है।
कोटा में शिशुओं की मौत की बड़ी वजह ठंड लगना मानी जा रही है। जांच में यह भी सामने आया कि अस्पताल के वार्डों में खिड़कियां- दरवाजे सही नहीं थे। जिसके चलते हवा और ठंड अंदर जाती रही। इससे सबक लेते हुए जिला महिला अस्पताल में बच्चों व उनकी माताओं के लिए अस्पताल प्रशासन ने व्यवस्थाएं जुटाई हैं। यहां जच्चा-बच्चा वार्ड और इमरजेंसी वार्ड में 18 प्रसवोत्तर महिलाओं के लिए बैड हैं। इन वार्डों में 18 रूम हीटर लगवाए गए हैं। हीटर को कोई उठाकर इधर-उधर न करे, इसके लिए उन्हें दीवालों पर लगवा दिया गया है। खिड़की-दरवाजों पर पर्दे लगवाए गए हैं। महिलाओं के लिए बड़े कंबलों के अलावा नवजात बच्चों के लिए बेबी कंबलों की व्यवस्था भी की गई है। सीएमएस डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि अधिक ठंड का मौसम नवजात बच्चों के लिए काफी संवेदनशील होता है। अस्पताल में उन्हें ठंड से बचाने के हर संभव इंतजाम किए गए हैं।
एनआरसी में बच्चों का टोटा
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पांच वर्ष तक की उम्र वाले गंभीर कुपोषित बच्चों के इलाज के लिए जिला अस्पताल परिसर में एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) संचालित है। लेकिन चिकित्सक न होने के कारण लोगों का रुझान कम है और इस समय महज एक बच्चा यहां भर्ती है।