कूड़े-कचरे से बढ़ेगी आय, प्रभावी होगी साफ-सफाई
संवादसूत्र अवागढ़ कूड़ा निस्तारण की दिशा में नगर पंचायत ने पहल की है। कस्बा के कूड़े-कचरे को निस्तारित करते हुए जहां नगर पंचायत अपनी आय बढ़ाएगी। वहीं इससे स्वच्छता व्यवस्था भी सुधरेगी। सूखे कचरे से विभिन्न वस्तुएं बीनकर उनसे आय होगी। वहीं गीले कचरे के द्वारा कंपोस्ट खाद बनाई जाएगी। इस तरह की प्रक्रिया के लिए नगर पंचायत में जिले का पहला मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सिस्टम शुरू किया गया है।
संवादसूत्र, अवागढ़: कूड़ा निस्तारण की दिशा में नगर पंचायत ने पहल की है। कस्बा के कूड़े-कचरे को निस्तारित करते हुए जहां नगर पंचायत अपनी आय बढ़ाएगी। वहीं इससे स्वच्छता व्यवस्था भी सुधरेगी। सूखे कचरे से विभिन्न वस्तुएं बीनकर उनसे आय होगी। वहीं गीले कचरे के द्वारा कंपोस्ट खाद बनाई जाएगी। इस तरह की प्रक्रिया के लिए नगर पंचायत में जिले का पहला मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सिस्टम शुरू किया गया है।
ज्यादातर निकायों में स्वच्छता के प्रयास तो किए जाते हैं, लेकिन अब तक कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था खास नहीं थी। ऐसे में नगर पंचायत परिसर के समीप एमआरएफ सिस्टम का शुभारंभ किया गया। सोमवार को चेयरमैन ठा. महेशपाल सिंह ने फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी की क्रियाविधि को देखा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता में प्रदेश में प्रथम रहे कस्बा की स्वच्छता अब और बेहतर होगी। जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरजीत सिंह ने बताया कि इस सिस्टम के तहत कस्बा के कूड़े को सूखे व गीले अलग-अलग पिट में भरा जाएगा। सूखे कचरे से सफाई करने चमड़ा, कांच, प्लास्टिक, लोहा, गत्ता, रद्दी आदि वस्तुएं अलग-अलग होंगी। गीले कचरे के अपशिष्ट को कंपोस्ट खाद बनाने की क्रियाविधि में प्रयोग किया जाएगा। वरिष्ठ लिपिक वीरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि यह व्यवस्था जन सहयोग से बेहतर होगी। इस बात का ख्याल रखा जाए कि सूखे व गीले कूड़े को संबंधित कंटेंनरों में ही डाला जाए। एमआरएफ के शुभारंभ अवसर पर राजेश सरानी, टिकू गोयल, गौरव सिंह, शीलेंद्र सिंह, हरीशंकर, कपिल सिंह आदि मौजूद थे।