विश्व सौहार्द दिवस: स्वस्थ जीवन की आस, सौहार्द भी है खास
एटा मार्निंग क्लब बना औरों के लिए मिसाल उठते बैठते और टहलते ही बन गया परिवार
जासं, एटा: अच्छे स्वास्थ्य के लिए सुबह-सुबह टहलने के लिए निकलना और फिर इस मध्य उठने बैठने से ही परिवार बन गया। एक-दूसरे के सुख-दुख को बांटने के साथ सौहार्द भी इस परिवार में काबिले तारीफ है। भागमभाग की जिदगी से कुछ समय निकाल सभी का हर गम दूर हो जाता है। उम्र के लिहाज से ढलते जीवन के बावजूद सभी में नई उमंग और जोश बना रहता है।
व्यस्ततम जीवन और अवसाद से घिरे लोगों को सुखमय तथा स्वस्थ जीवन का संदेश दे रहा है एटा मार्निंग क्लब। रोजमर्रा की दिनचर्या के मध्य क्लब में सौहार्द की मिसाल भी समाज के समक्ष पेश की है। सफर की दास्तान साधारण किन्तु रोचक है। लोग मिलते ही गए और कारवां बनता गया। आठ वर्ष पूर्व कुछ स्थानीय लोग अच्छे स्वास्थ्य की कामना से सुबह-सुबह टहलने के लिए शहीद पार्क में आते थे। टहलने के उपरांत बैठते थे, बात-चीत करते थे। धीरे-धीरे समय बीतता गया और टहलने के साथ-साथ नियमित व्यायाम और योग क्रियाओं को भी शामिल कर लिया गया। एक साथ उठते-बैठते, टहलते, व्यायाम और योग करते-करते, आपसी सौहार्द एवं मेल-मिलाप के चलते परिवार बन गया। समय के साथ-साथ सदस्यों की संख्या भी बढ़ती गयी और शहीद पार्क का स्थान रेलवे प्लेटफार्म ने ले लिया।
अब तो सदस्यों की बड़ी संख्या है। समाज के विभिन्न वर्गों और क्षेत्रों के लोग क्लब के सदस्य हैं। जैसे शिक्षाविद एडवोकेट, व्यापारी, सेवानिवृत्त लोग सभी शामिल हैं। सब एक-दूसरे के सुख-दुख में सहभागी होते हैं। आधा दर्जन लोगों के साथ शुरू हुआ क्लब अब सदस्यों का शतक पूरा कर चुका है। क्लब के मेल मिलाप और खुशियों का वातावरण खून के रिश्तो के सुख से भी बेहतर है। समाज सेवा की भी चुनी राह
तीन साल पहले मार्निंग क्लब रजिस्टर्ड हो चुका है। हर महीने सदस्य न्यूनतम 100, अधिकतम स्वेच्छा के अनुरूप शुल्क जमा करते हैं। इस धनराशि के द्वारा समाज सेवा की जाती है। गरीबों को बुजुर्गों के लिए निश्शुल्क चिकित्सा भोजन, दवा, वस्त्र हर सम्भव सहायता करते हैं। कोरोना काल में मास्क, सैनिटाइजर भी बांटे। हर सुख दुख में रहती भागीदारी
क्लब के सदस्य जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ आदि के माध्यम से खुशियां तलाश कर खुश रहते हैं। कई बुजुर्गों अकेलेपन का एहसास नहीं होता। किसी का दुख भी यूं ही आपस में ही मिल बांट दूर कर लेते हैं। परिवार की महिलाएं भी क्लब का हिस्सा है। - क्लब के सदस्य कृष्ण कांत मिश्रा कहते हैं, जो खुशियां और स्वास्थ्य पैसे से नहीं खरीदा जा सकता वह इस सौहार्द के परिवार के हर सदस्य को हर दिन कुछ पलों की उपस्थिति में ही मिल जाता है। डा. एसएस तोमर मानते हैं कि मार्निंग क्लब परिवार की गतिविधियों से लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर हुआ है। व्यस्ततम जीवन में खुशियां पाने के लिए यह बेहतर है। मार्निंग क्लब के प्रमुख सदस्य
शिवराज सिंह, डा. अशोक कुमार, डा. जयपाल सिंह, डा. एनआर सोलंकी, रवि साहनी, डा. आरके सोलंकी, रामदेव शास्त्री, राकेश गुप्ता, इंद्रपाल वर्मा, सुरेंद्र गुप्ता, प्रमोद पचौरी आदि।