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जांच की आंच प्रधानों के लिए चुनाव में बनेगी बाधक

जिले में सौ से अधिक प्रधानों की चल रही जांच 60 से अधिक प्रधानों की रुक सकता है अनापत्ति प्रमाण पत्र

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 06:51 AM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 06:51 AM (IST)
जांच की आंच प्रधानों के लिए चुनाव में बनेगी बाधक
जांच की आंच प्रधानों के लिए चुनाव में बनेगी बाधक

एटा: आगामी समय में होने वाले पंचायत चुनाव में प्रधानों को उनके खिलाफ चल रही जांच भारी पड़ेगी। 60 से अधिक ऐसे ग्राम प्रधान हैं, जिनको अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सकता है। इस कारण वे चुनाव लड़ने में अक्षम हो सकते हैं।

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जिले के हर क्षेत्र में ग्राम प्रधानों के खिलाफ विकास कार्यो में गड़बड़ी किए जाने के आरोपों की जांच चल रही हैं। इसमें अधिकांश प्रधानों पर दोष भी सिद्ध हो चुका है। इनके खिलाफ जिला पंचायत राज विभाग ने रिकवरी की तैयारी भी शुरू कर दी है। जिले भर में 60 से अधिक ऐसे ग्राम प्रधान हैं, जिनका आगामी चुनाव लड़ना मुश्किलों से भरा रहेगा। बता दें जो मौजूदा प्रधान यदि आगामी चुनाव लड़ता है तो उसे डीपीआरओ कार्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होता है। इस बार शासन ने यह प्रमाण पत्र उन्हें दिया जाना तय किया है जो प्रधान आरोपित नहीं रहे होंगे और सोशल आडिट में खरे उतरेंगे। इन आदेशों को लेकर प्रधान अपनी जांच रिपोर्ट जल्द समाप्त कर निर्दोष होने की जुगत में लगे हुए हैं। प्रधानों की जांच अलग-अलग विभाग के अधिकारियों से कराई जा रही है। अधिकांश अधिकारियों के पास लंबे समय से अपूर्ण जांच पड़ी हुई हैं। ऐसे में प्रधानों के खिलाफ जिला पंचायत राज विभाग को कार्रवाई करने में देरी हो रही है। जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक कुमार प्रियदर्शी ने कहा कि दोषी प्रधानों को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया जाएगा। जिन्हें यह प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा वे चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।


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