काशीराम कालोनी में फैल रही दुर्गंध, लोग बेहाल
एटा, जासं। शहर से दो किलोमीटर दूर जीटी रोड स्थित काशीराम कालोनी के गटर इन दिनों दुर्गंध छोड़ रहे हैं। मल-मूत्र नालियों में बह रहा है, सिल्ट से चोक पड़ी नालियों की दुर्गंधयुक्त गंदगी स्थानीय वा¨शदों का हाल बेहाल किए है। सुविधाओं के नाम पर यहां सबकुछ शून्य है। न पानी की पर्याप्त व्यवस्थाएं ही मिल पा रहीं हैं, और न ही गंदगी से निजात।
एटा, जासं। शहर से दो किलोमीटर दूर जीटी रोड स्थित काशीराम कालोनी के गटर इन दिनों दुर्गंध छोड़ रहे हैं। मल-मूत्र नालियों में बह रहा है, सिल्ट से चोक पड़ी नालियों की दुर्गंधयुक्त गंदगी स्थानीय वा¨शदों का हाल बेहाल किए है। सुविधाओं के नाम पर यहां सबकुछ शून्य है। न पानी की पर्याप्त व्यवस्थाएं ही मिल पा रहीं हैं, और न ही गंदगी से निजात।
तीन सौ से अधिक परिवारों वाली तीन मंजिला काशीराम कालोनी में एक अर्से से गटर की सफाई नहीं कराई जा सकी है। जिसके कारण यहां सभी घरों के गटर से मल मूत्र उफनकर नालों में बह रहा है। दुर्गंध और सड़ांध से कालोनी में घुसना भी मुहाल हो रहा है। ऐसे में यहां के लोग किस तरह सांस ले रहे होंगे, इसे समझा जा सकता है। कालोनी के लोग अपने घरों में कैसे पहुंचें, इसकी दिक्कत भी उन्हें सता रही है। समस्या के बावत कई बार अवगत कराने के बाद भी कोई उनकी सुधि नही ले रहा। क्या कहते है वा¨शदे
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- चार हैंडपंप अर्से से खराब हैं, पालिका कर्मचारियों को इन्हें सही कराने के लिए शिकायत की गई। लेकिन सुनवाई नही हुई। रहीशपाल दिवाकर
- गटर के भर जाने से फैलने वाली दुर्गंध में यहां सांस लेना मुश्किल हो रहा है। मगर आज तक कभी इस समस्या पर गौर नहीं किया। ओमप्रकाश
- मंदिर की साफ सफाई के लिए भी एक हैंडपंप लगवाना जरूरी नही समझा गया है, इसमें जनप्रतिनिधि भी कोई सहयोग नही कर रहे। रेनू कुमारी
- प्रकाश के लिए स्ट्रीट लाइट न लगने से रात में गलियों से निकलना भी खतरे से खाली नहीं है, ¨कतु कोई देखने वाला नही है। सरोजदेवी