चुनाव में खपाने को बनाए जा रहे थे हथियार, शस्त्र फैक्टरी पकड़ी
कोतवाली देहात पुलिस और स्वाट टीम ने अवैध शस्त्र फैक्ट्री का संचालक गिरफ्तार किया है जबकि उसका साथी मौके से भाग गया। आरोपित के कब्जे से सात तैयार तमंचा व उपकरण बरामद किए गए हैं। आरोपितों को असलहा बनाने के लिए हाथरस से बुलाया गया था। चुनाव में खपाने को हथियार बनाए जा रहे थे।
जागरण संवाददाता, एटा: कोतवाली देहात पुलिस और स्वाट टीम ने अवैध शस्त्र फैक्ट्री का संचालक गिरफ्तार किया है, जबकि उसका साथी मौके से भाग गया। आरोपित के कब्जे से सात तैयार तमंचा व उपकरण बरामद किए गए हैं। आरोपितों को असलहा बनाने के लिए हाथरस से बुलाया गया था। चुनाव में खपाने को हथियार बनाए जा रहे थे।
रविवार दोपहर कोतवाली देहात क्षेत्र में विरामपुर स्थित बाइपास पुल के समीप से हाथरस जनपद के सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भिसी मिर्जापुर निवासी विकास को गिरफ्तार किया है, जबकि उसका साथी गांव का ही देवेंद्र मौके से भाग निकला। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से सात तैयार तमंचा तथा उपकरण व पांच कारतूस बरामद किए हैं। पूछताछ के दौरान विकास ने पुलिस को बताया कि बरामद असलहों को देने वह एटा आ रहे थे।
आरोपित का कहना था कि उसे और उसके साथी को विधानसभा चुनाव के लिए असलहा बनाने को बुलाया गया था। शस्त्र फैक्ट्री के संचालक ने पुलिस को बताया कि बरामद असलहों को उन दोनों ने पिलुआ थाना क्षेत्र में सुन्ना नहर पुल के पास जंगल में बनाया था। असलहा किस व्यक्ति के पास पहुंचाने थे, उसका नाम-पता मौके से भागे देवेंद्र ही जानता है। अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाह ने बताया कि फरार आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। गांव छोड़कर इधर-उधर बनाते हैं असलहा
कोतवाली देहात के इंस्पेक्टर जगदीशचंद्र ने बताया कि विकास का पिता पूरन सिंह असलहा बनाने के आरोप में कई बार जेल जा चुका है। असलहा बनाने के लिए भिसी मिर्जापुर गांव बदनाम है। इसीलिए पूरन सिंह का पुत्र विकास और उसका साथी देवेंद्र गांव छोड़कर इधर-उधर असलहा बनाकर उनकी सप्लाई करते आ रहे हैं।