पहले पुलिस ने टाला, नतीजा फिर टकराव
फर्रुखाबाद बार्डर पर सड़क निर्माण को लेकर न्यौली और खुरसलिया गा
एटा, जागरण संवाददाता : फर्रुखाबाद बार्डर पर सड़क निर्माण को लेकर न्यौली और खुरसलिया गांवों के लोगों के बीच चार जून को भी विवाद हुआ था। जब फर्रुखाबाद जिले के गांव न्यौली के ग्रामीणों द्वारा सड़क बनाने की कोशिश की गई, तब टकराव होते-होते बचा था, लेकिन इस टकराव को थाना पुलिस टाल नहीं पाई। जिसका नतीजा दो गांवों के ग्रामीणों के बीच फायरिग में तब्दील हो गया।
चार जून को फर्रुखाबाद जिले के गांव न्यौली के सैकड़ों लोगों ने सड़क पर मिट्टी डालकर समतल कर दी, इसके बाद खरसुलिया वालों ने इस सड़क को उखाड़ दिया। इस पर न्यौली के लोगों ने जाम लगाया। तनाव जब बढ़ा तो एसडीएम पीएल मौर्य, सीओ अलीगंज अजय भदौरिया सर्किल का फोर्स लेकर पहुंच गए थे। उस समय मामले को समझा शांत कर दिया गया।
एटा जिले के गांव खरसुलिया के लोग कह रहे हैं कि अपने खेत में से सड़क नहीं निकलने देंगे, क्योंकि यह सड़क किसी योजना के तहत नहीं बनवाई जा रही। जिन खेतों से होकर रास्ता बनाया जा रहा है वह कृषि भूमि है, अभिलेखों में भी कोई रास्ता नहीं है।
ग्रामीणों से पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे राजस्व अभिलेखों में देखेंगे कि रास्ता किधर से है, तब कोई फैसला लिया जाएगा। इसके बाद बीस दिन तक इस मामले को कोई सुलझा नहीं पाया ओर न ही सुलझाने के लिए पहल की गई।
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टेढ़ी खीर है विवाद सुलझाना
दोनों गांवों में चल रहे विवाद का निपटारा क्यों नहीं हुआ। इसके पीछे एक वजह यह भी बताई जा रही है कि खरसुलिया वालों का कहना है कि तहसील अलीगंज के अभिलेखों में कहीं भी रास्ता नहीं है। वहीं न्यौली वाले यह दावा कर रहे हैं कि उनके पास जो कायमगंज तहसील के अभिलेख हैं उनमें रास्ता उसी स्थान पर है जहां वे सड़क बनाना चाहते हैं। ऐसे में इस विवाद को सुलझाना और ज्यादा टेढ़ी खीर हो गया है, लेकिन फिर भी पुलिस प्रशासन अब कोई न कोई हल निकालने की बात कह रहा है।
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