दूसरे दिन भी कई कॉलेजों में कम पहुंचे प्रश्नपत्र
जागरण संवाददाता, एटा: विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के शुरुआती दौर में ही लड़खड़ाईं व्यवस्थाएं मंगलवार को
जागरण संवाददाता, एटा: विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के शुरुआती दौर में ही लड़खड़ाईं व्यवस्थाएं मंगलवार को भी पटरी पर लौटती नहीं दिखीं। कई कॉलेजों को भेजे गए प्रश्नपत्र लिफाफों में कम पेपरों के कारण संबंधित महाविद्यालय और नोडल केंद्र की परेशानियां बढ़ती दिखीं। अभी भी अव्यवस्थाएं जिम्मेदारों को छका रही हैं। हालांकि बीएससी फाइनल की वनस्पति विज्ञान व भौतिक विज्ञान की परीक्षाएं शांतिपूर्ण ढंग से हुईं, लेकिन अभी शेष रहीं परीक्षाओं को व्यवस्थित संपन्न कराना नहीं दिख रहा। खास बात तो यह है कि जिले में पहली बार विश्वविद्यालय परीक्षाओं में चार नोडल केंद्र बनाए गए हैं।
सुबह की पाली में बीएससी फाइनल की परीक्षाओं से पहले महाविद्यालयों में पहुंचे प्रश्नपत्रों की संख्या को लेकर पहले से ही आशंकित कॉलेजों ने काफी सक्रियता बरती। प्रश्नपत्र लिफाफे खुले तो कुंवर मनोहर ¨सह महाविद्यालय पुरांव, आरके महाविद्यालय कुठिला लायकरपुर, मलिखान ¨सह महाविद्यालय मरथरा, जानकी देवी महाविद्यालय कुठिला में निर्धारित परीक्षार्थियों की संख्या के अनुरूप काफी कम प्रश्नपत्र निकले। तत्काल संबंधित नोडल केंद्रों को सूचना मिलने के बाद प्रश्नपत्रों की पुन: खेप संबंधित महाविद्यालयों को भेजी गई, जहां प्रश्नपत्र पहुंचने के बाद जिम्मेदारों ने राहत की सांस ली। सांय की पाली में बीएससी द्वितीय वर्ष राष्ट्र गौरव की परीक्षा में कुछ इसी तरह की स्थितियां सामने आईं।
हालांकि परीक्षाएं शुरू हो जाने के बाद विश्वविद्यालय स्तर की अव्यवस्थाओं को लेकर नोडल केंद्र के जिम्मेदार काफी परेशानी महसूस कर रहे हैं कि एक ही केंद्र पर प्रश्नपत्रों के लिए दुबारा टीमों को दौड़ाना पड़ रहा है। वैसे परीक्षाएं शांतिपूर्ण ढंग से चल रही हैं। कॉलेज के आंतरिक सचल दल और कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी पर भी गौर दिया जा रहा है। हालांकि अभी विश्वविद्यालय के उड़नदस्तों ने दस्तक नहीं दी है। फिर भी जिला प्रशासन के निर्देश पर नोडल केंद्र के प्रभारी केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। जेएलएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार सक्सेना ने बताया कि उन्होंने कई कॉलेजों का निरीक्षण किया, परीक्षाएं विधिवत कराई जा रही हैं।
नकलविहीन परीक्षाओं को निर्देशों की भरमार
विश्वविद्यालय परीक्षा नकलविहीन कराने के लिए जिला प्रशासन के अलावा मंडलायुक्त, सचिव उच्च शिक्षा के अलावा उपमुख्यमंत्री दिनेशचंद्र शर्मा का पत्र भी नोडल केंद्रों के द्वारा महाविद्यालय प्राचार्यों तक पहुंचाया है। जिसमें नकलविहीन व गुणवत्तापूर्ण परीक्षाएं कराने को लेकर निर्देश दिए गए हैं। देखना यह है कि ग्रामीण इलाकों के केंद्रों पर निर्देशों का किस हद तक पालन हो पाएगा।
देरी से आई याद, आधी रात पहुंचे पेपर
जेएलएन कॉलेज में एमकॉम पाठ्यक्रम न होने के बावजूद संबंधित कक्षाओं का परीक्षा केंद्र बनाया है। परीक्षाएं मंगलवार से शुरू होनी थीं, लेकिन सोमवार शाम तक प्रश्नपत्र ही नहीं भेजे गए। बाद में नोडल केंद्र ने प्रश्नपत्र न आने की जानकारी की तब विश्वविद्यालय प्रशासन को याद आया और रात में 2 बजे प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए जाने के बाद सुबह परीक्षा हो सकी। नोडल केंद्र सक्रिय न होता तो सुबह ही फजीहत होती।