प्रकृति की सर्वश्रेष्ठ संरचना है मानव
जागरण संवाददाता, मारहरा (एटा): प्रकृति की सर्वश्रेष्ठ संरचना है मानव। जिसमें एक दूसरे को सहयोग करने
जागरण संवाददाता, मारहरा (एटा): प्रकृति की सर्वश्रेष्ठ संरचना है मानव। जिसमें एक दूसरे को सहयोग करने की भावना होती है, लेकिन वह अपने प्राकृतिक उद्देश्यों को भूलकर सिर्फ अहम के फेर में पड़ा रहता है।
यह कहना है एटा गुरुकुल के स्वामी लक्ष्मणानंद का। वे गांव हिम्मतपुर काकामई में आयोजित मानव कल्याण महायज्ञ में प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आज का इंसान अपना मूल कर्म भूलकर ढोंग और आडंबर के भंवरजाल में फंसता जा रहा है।
आचार्य प्रेमपाल शास्त्री ने युवाओं में बढ़ रही नशा और जुआ की लत पर ¨चता जताते हुए कहा कि इससे युवाओं में आपराधिक प्रवृत्ति बढ़ रही है। जय प्रकाश शास्त्री के भजनों ने श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया।
इससे पूर्व आचार्य प्रमोद कुमार व संतोष कुमार शास्त्री ने यज्ञ संपन्न कराए। ब्रह्मचारी अंकित आर्य व प्रशांत आर्य ने वेद पाठ किया।
इस दौरान यजमान दंपति रामसनेहीलाल यादव, बृजेश यादव, राजन¨सह, गयाप्रसाद आर्य, वीरपाल शास्त्री, ज्ञानवीर आर्य, दिनेश शास्त्री, माया प्रकाश यादव, धर्मेद्र यादव, प्रदीप यादव, प्रमोद यादव, रामवीर ¨सह आदि मौजूद रहे।