मारहरा के बाग में आठ गोवंश मृत मिले
गांव हयातपुर माफी में एक बाग में आठ गोवंश मृत पाए गए। सूचना मिलते ही सरकारी मशीनरी में हड़कंप मच गया। मामले की प्राथमिक जांच कराई गई जिसमें जहर देकर मारने की आशंका सामने आई है। पोस्टमार्टम के बाद गोवंश को दफना दिया गया। मारहरा पुलिस द्वारा पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला अज्ञातों के खिलाफ दर्ज कर लिया है।
संवाद सूत्र, मारहरा : गांव हयातपुर माफी में एक बाग में आठ गोवंश मृत पाए गए। सूचना मिलते ही सरकारी मशीनरी में हड़कंप मच गया। मामले की प्राथमिक जांच कराई गई, जिसमें जहर देकर मारने की आशंका सामने आई है। पोस्टमार्टम के बाद गोवंश को दफना दिया गया। मारहरा पुलिस द्वारा पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला अज्ञातों के खिलाफ दर्ज कर लिया है।
मारहरा थानाक्षेत्र के गांव हयातपुर माफी के ग्रामीण रविवार सुबह गांव के निवासी दीपचंद के आम के बाग में गोवंश को मृत अवस्था में पड़ा देख दंग रह गए। बाग में 2 गाय और 5 बैल मृत पड़े थे, जबकि एक बछड़ा बेहद गंभीर हालत में तड़प रहा था। कुछ देर बात पता चला कि समीपवर्ती गांव इनामनगर स्थित मनोज के आम के बाग में भी 2 बैल मृत पड़े हैं। कुछ ही देर में यह बात आग की तरह समूचे क्षेत्र में फैल गई। लोगों का घटनास्थल पर हुजूम लगना शुरू हो गया। घटना की सूचना मिलते ही मारहरा एसओ सतपाल भाटी और मिरहची एसओ योगेंद्र शर्मा भी मय पुलिसबल के घटनास्थल पर जा पहुंचे। इसके बाद एसडीएम नंदलाल और क्षेत्राधिकारी सदर वरूण कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अमित किशोर की टीम ने गंभीर बछड़े की जान बचाने के लिए इलाज शुरू कर दिया। पोस्टमार्टम के दौरान सभी मृत गोवंश का बिसरा सुरक्षित किए जाने के बाद मारहरा पुलिस ने नगर पालिका परिषद की जेसीबी से बाग में गड्ढा खुदवाकर दफन करा दिया गया। एसडीएम नंदलाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया गोवंश की मौत किसी घातक जहर से होना प्रतीत हो रही है। सही कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। सीओ सदर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जहर से मौत होने की आशंका दिखाई दे रही है, बिसरा रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। जो भी दोषी होगा, पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी। अज्ञात लोगों ने खदेड़े थे पशु
ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार देर शाम कुछ अज्ञात महिलाएं और पुरूष पशुओं को खदेड़ रहे थे। संभावना जताई जा रही है कि शायद किसी अन्य गांव के लोगों ने पशुओं को जहर देकर खुद बचने के लिए इस क्षेत्र में खदेड़ दिया।