डॉक्टरों को अल्टीमेटम, डेंगू की अफवाह फैलाई तो कार्रवाई
एटा जासं। निजी चिकित्सक अपने यहां डेंगू के मरीजों ता उपचार होने का दावा कर रहे हैं लेकिन डाटा रिपोर्ट स्वास्थ्य महकमे को नहीं भेज रहे। इससे डेंगू मरीजों को लेकर संदेह बना है। स्वास्थ्य विभाग ने इंडियन मेडिकल एसोसियेशन की स्थानीय इकाई को पत्र लिखकर हिदायत दी है कि मरीज में डेंगू पाए जाने पर उसकी जानकारी दें। यदि अफवाह फैलाई तो कार्रवाई की जाएगी।
एटा, जासं। निजी चिकित्सक अपने यहां डेंगू के मरीजों ता उपचार होने का दावा कर रहे हैं लेकिन डाटा रिपोर्ट स्वास्थ्य महकमे को नहीं भेज रहे। इससे डेंगू मरीजों को लेकर संदेह बना है। स्वास्थ्य विभाग ने इंडियन मेडिकल एसोसियेशन की स्थानीय इकाई को पत्र लिखकर हिदायत दी है कि मरीज में डेंगू पाए जाने पर उसकी जानकारी दें। यदि अफवाह फैलाई तो कार्रवाई की जाएगी।
दो रोगियों में मिला डेंगू
जिला अस्पताल में हर दिन दो हजार से अधिक रोगी पहुंच रहे हैं। शनिवार को पांच रोगियों में लक्षणों के आधार पर डेंगू की जांच कराई गई। इनमें से जीआइसी कालोनी निवासी शिवानी (18) और काशीराम शहरी आवास कालोनी निवासी गिरजाशंकर (46) में डेंगू की पुष्टि हुई। दोनों का इलाज निजी चिकित्सकों के यहां कराने के लिए परिजन ले गए। टीम ने देखे हालात
स्वास्थ्य विभाग की चिकित्सकीय टीम ने शनिवार को जलेसर के मुहल्ला बड़ा बाजार पहुंचकर हालात देखे। यहां रहने वाली सुनीता गर्ग को आगरा के एक हॉस्पीटल में स्वाइन फ्लू की पुष्टि की गई थी। फिलहाल वह दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती हैं। टीम में मौजूद डॉ. आकाश वर्मा ने बताया कि घर पर मिले सुनीता के परिजनों व आसपास के घरों में किसी में भी जुकाम-बुखार जैसे स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं मिले। पड़ताल की जा रही है कि सुनीता को यह बीमारी होने की वजह क्या रही? वर्जन
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'डेंगू की अफवाह फैलाना हर तरह से अनुचित है। बिना पुष्टि के डेंगू नहीं बताना चाहिए। इस संबंध में आइएमए को सूचना देने के लिए पूर्व में ही पत्र भेजा जा चुका है।'
- डॉ. अजय अग्रवाल, सीएमओ
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'यदि कहीं डेंगू का मामला जानकारी में आता है तो जानकारी दिए जाने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इस संबंध में बैठक बुलाकर सभी चिकित्सकों से विचार-विमर्श किया जाएगा।'
- डॉ. स्वतंत्र शर्मा, जिलाध्यक्ष आइएमए