जिला अस्पताल के गेट पर हुआ प्रसव
गर्भ में पहले ही मर चुका था बच्चा बाद में महिला को कराया गया भर्ती
जासं, एटा: जिला अस्पताल के गेट पर ही एक महिला का प्रसव हो गया, हालांकि बच्चा गर्भ में पहले ही मर चुका था। महिला जिला महिला अस्पताल में भर्ती है।
मैनपुरी जिला के गांव झाले के रहने वाले टिकू अपनी गर्भवती पत्नी आरती (25) को गाजियाबाद ले गए थे। वहां अल्ट्रासाउंड के बाद बताया गया कि गर्भस्थ शिशु जिदा नहीं रहा। उसे निकालने के लिए आपरेशन करना पड़ेगा। टिकू ने आपरेशन वहां न कराकर आरती को एंबुलेंस से मैनपुरी के लिए ला रहे थे। एटा के किसी रिश्तेदार ने यहीं महिला अस्पताल में आपरेशन कराने की राय दी। इस पर वह एटा ही रुक गए, लेकिन एंबुलेंस चालक जिला महिला अस्पताल के बजाए उन्हें जिला अस्पताल के गेट पर उतार गया। यहां टिकू कर्मचारियों से जानकारी कर ही रहे थे, इस दौरान आरती को तेज दर्द हुआ और इमरजेंसी के बाहर ही प्रसव हो गया। इसके बाद कर्मचारियों ने उन्हें जिला महिला अस्पताल पहुंचाया। वहां भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। महिला की स्थिति सुरक्षित बताई गई है।
महिला अस्पताल में लापरवाही का आरोप: महिला अस्पताल पर प्रसव कराने में लापरवाही का आरोप भाकियू (भानू) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बंटी ने लगाया है। गुरुवार को संदीप व उनके स्वजन के साथ सीएमओ कार्यालय पहुंचे। सीएमओ डा. अरविद गर्ग को बताया कि 31 दिसंबर को गांव गदनपुर निवासी संदीप की पत्नी प्रीति का महिला अस्पताल में आपरेशन से प्रसव कराया, लेकिन लापरवाही के चलते कपड़ा पेट में छोड़ दिया। हालत बिगड़ने पर उसे आगरा रेफर कर दिया। आगरा एक निजी अस्पताल में दोबारा आपरेशन किया गया। उन्होंने लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई और आर्थिक मुआवजा दिलाने की मांग की।