चचेरा भाई निकला कातिल, मुख्य आरोपित गिरफ्तार
फरार एक अन्य भाई की तलाश जारी पांच दिन पूर्व गला रेतकर की थी हत्या
जासं, एटा: जलेसर पुलिस ने पांच दिन पूर्व हुए रामवीर हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। चचेरे भाई ने अपने भाई के साथ मिलकर चार बीघा जमीन के चक्कर में तहेरे भाई की गला रेतकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य की तलाश की जा रही है।
शुक्रवार सुबह ग्राम महानमई निवासी रामदास वाल्मीक को मस्जिद के समीप से गिरफ्तार कर लिया गया। उसने पुलिस को बताया कि उसका 50 वर्षीय तहेरा भाई रामवीर अपने 20 साल से गायब बड़े भाई रामप्रकाश के हिस्से की चार बीघा जमीन बेचने के इरादे से अपने नाम कराने की फिराक में लगा हुआ था, जबकि लंबे समय से चार बीघा जमीन पर उसका और भाई रामकिशोर का कब्जा है। कई माह से रामवीर भाई की जमीन से कब्जा छोड़ने का दवाब बना रहा था।
आरोपित का कहना था कि उसने भाई रामकिशोर की मदद से शराब पिलाने के बाद तहेरे भाई रामवीर की कमरे में छुरी से गला काटकर हत्या कर दी। इसके बाद उन दोनों ने बाहर बिछी चारपाई पर उन्हें लिटाकर ऊपर से चादर डाल दी थी। जलेसर के इंस्पेक्टर कृष्णपाल सिंह ने बताया कि आरोपित रामदास को जेल भेज दिया गया है। हत्याकांड में शामिल दूसरे चचेरे भाई रामकिशोर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। बता दें कि रामवीर वाल्मीक की पत्नी व बच्चे फरीदाबाद में रह रहे थे, जबकि पिछले पांच साल से वह गांव में अकेला रहता था। 13 मार्च की रात उनकी गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की रिपोर्ट मृतक के पुत्र दीपक उर्फ दीपू ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ दर्ज कराई थी।