कोरोना टीकाकरण: दूसरे चक्र के लिए 10 स्थानों पर तैयारी
शुक्रवार से कराया जाएगा टीकाकरण अभी सत्र स्थल निर्धारित नहीं सभी कोल्डचेन पर वैक्सीन को सुरक्षा में पुलिसकर्मियों की तैनाती
जासं, एटा: एंटी कोरोना टीकाकरण का आगाज तीन अस्पतालों से हो चुका है। अब इसके दूसरे चक्र के लिए 10 स्थानों पर तैयारी पूरी है। सभी केंद्रों की कोल्डचेन पर वैक्सीन पहुंचाई जा चुकी है। इसकी सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। शुक्रवार से दूसरे चरण के टीकाकरण करने का आदेश तो मिला है, लेकिन अभी सत्र स्थल और लाभार्थियों की संख्या को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं दिए गए हैं।
सीएमओ डा. अरविद कुमार गर्ग ने बताया कि हमारे 10 अस्पताल तैयार हैं, जिनमें दो-दो सत्र चलाने की व्यवस्था है। हर दिन हर सत्र पर 100 लोगों को टीके लगाए जा सकते हैं। पहली खेप में वैक्सीन की 6330 डोज मिली हैं। इससे आधे लोगों का ही अभी टीकाकरण किया जाएगा। जिससे कि इन्हीं लोगों को दोबारा यही वैक्सीन लगाई जा सके। स्टाफ नर्स सैफई से कानपुर रेफर:
जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स मीना को सैफई में हृदय रोग की समस्या बताई गई। इसके बाद स्वजन उन्हें कानपुर ले गए हैं। मीना को शनिवार को एंटी कोरोना टीका लगा था। उनका कहना है कि इसके आठ घंटे बाद उन्हें उल्टी, बुखार, हाई बीपी की समस्या हुई। रविवार को वह जिला अस्पताल की इमरजेंसी में आई थीं, जहां से सैफई चली गईं।
विपरीत प्रभाव को लेकर महकमा चौकन्ना, बुलाई बैठक:
वैक्सीन के विपरीत प्रभाव को लेकर स्वास्थ्य महकमा भी चौकन्ना हो गया है। सोमवार को सीएमओ कार्यालय में एईएफआई (एडवर्स ईवेंट फालोइंग इम्यूनाइजेशन) कमेटी की बैठक बुलाई गई। सीएमओ डा. अरविद कुमार गर्ग ने बताया कि टीकाकरण के बाद कुछ लक्षण प्रतीत हो सकते हैं, जिसमें किसी तरह की चिता की बात नहीं है। लक्षणों के आधार पर उन्हें दवा दी जा सकती है। डीआइओ डा. राम सिंह ने कहा कि कोई भी वैक्सीन लगने के बाद हल्की समस्याएं आती हैं, इसमें भी ऐसा हो सकता है। लेकिन यह वैश्विक महामारी कोरोना के खात्मे के लिए बहुत जरूरी है। बैठक में फिजीशियन डा. एस चंद्रा, पैथोलाजिस्ट डा. मधुप कौशल, डा. चेतन्य चौहान, डा. ऋषभ सक्सेना आदि चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।