हड़ताल खत्म, आज से काम पर लौटेंगे संविदा स्वास्थ्यकर्मी
चार मांगों पर लखनऊ में बनी सहमति फार्मासिस्टों ने किया काले फीते बांधकर काम
जासं, एटा: संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल सोमवार शाम खत्म हो गई। कई दिन से धरने पर बैठे कर्मचारी भी धरनास्थल से हट गए। लखनऊ में एनएचएम के पदाधिकारियों और सरकार के बीच हुई बातचीत के बाद चार मांगों पर सहमति बन गई। इसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा कर दी। हड़ताल खत्म होने से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। मंगलवार से सभी संविदाकर्मी काम पर लौटेंगे।
आठ सूत्रीय मांगों को लेकर संविदा स्वास्थ्यकर्मी 30 नवंबर से हड़ताल पर थे। प्रतिदिन सीएमओ दफ्तर पर धरना दे रहे थे। संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या एटा जनपद में 650 से भी ऊपर है। यह सभी कर्मचारी काम नहीं कर रहे थे। इसके बाद डिप्लोमा फार्मासिस्टों और आशाओं ने भी आंदोलन शुरू कर दिया था, लेकिन अब संविदाकर्मियों की हड़ताल को लेकर निर्णय हो चुका है। एनएचएम के मंडल अध्यक्ष अरविद चौहान, अतुल भदौरिया, रवेंद्र प्रताप सिंह चौहान, लोकेश गुप्ता ने बताया कि लखनऊ में प्रदेश के पदाधिकारियों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई, जिसमें चार मांगें लिखित रूप से मान ली गई हैं। इन मांगों में वेतन विसंगति, आउट सोर्सिंग, बीमा पालिसी, म्युचुअल ट्रांसफर आदि मांगें शामिल हैं। सभी कर्मचारी अब काम करेंगे। धरने पर कर्मचारियों को समर्थन जताने पालिकाध्यक्ष मीरा गांधी और उनके प्रतिनिधि राकेश गांधी भी पहुंचे थे। डा. कुलदीप पांडेय, डा. अश्वनी शर्मा, डा. नकुल राणा, सुधाकर, अंकित राजपूत, लालाराम यादव, अशोक कुमार, अजय प्रताप, सरिता माथुर, ममता, कुलिश शर्मा, शीतल, राजीव, दिलीप शर्मा, जया सिंह, अरविद यादव आदि मौजूद रहे।
उधर, डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने काले फीते बांधकर काम किया। कई दिन से फार्मासिस्ट आंदोलन पर हैं। जिला फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राजेंद्र सिंह सुमन, सचिव डा. चंद्रवीर सिंह राजपूत, शिव प्रताप आदि ने बताया कि मेडिकल कालेज, सभी स्वास्थ्य केंद्रों के कर्मचारियों ने काले फीते बांधकर सोमवार को काम किया। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक विरोध प्रकट करते रहेंगे।