पुलिस हिरासत में मौत के बाद पोस्टमार्टम की सीडी गायब
छह साल पहले का मामला एफआर लगा चुकी पुलिस मानवाधिकार आयोग से पुलिस ने छह सप्ताह की मांगी मोहलत
एटा: अलीगंज में छह साल पूर्व पुलिस हिरासत में युवक की मौत के मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई। मानवाधिकार आयोग तक मामला पहुंचने पर पुलिस में अब खलबली मची है। पोस्टमार्टम की सीडी को लेकर पुलिस ने आयोग से छह सप्ताह की मोहलत मांगी है।
मैनपुरी जिले के भोजपुर निवासी बालक राम 22 जुलाई 2014 को साइकिल से घरेलू सामान खरीदने के लिए अलीगंज बाजार गए थे। स्वजन का आरोप था कि अकबरपुर रोड स्थित तिराहे से पुलिस उन्हें उठा ले गई। इस दौरान तत्कालीन थानाध्यक्ष आरके अवस्थी, उपनिरीक्षक राजकुमार, सिपाही ओमवीर, सिपाही प्रवीण मौजूद थे। कोतवाली में बालक राम की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस घटना को लेकर सड़क पर हंगामा भी किया था।
पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी, जो न्यायालय में प्रेषित कर दी गई। एक आरटीआइ कार्यकर्ता की शिकायत पर मानवाधिकार आयोग ने एटा पुलिस से पोस्टमार्टम की सीडी तलब की। पुलिस ने इसके लिए छह सप्ताह की मोहलत मांगी है।
एसपी क्राइम राहुल कुमार ने बताया कि आयोग को फाइनल रिपोर्ट की जानकारी दे दी गई है। पोस्टमार्टम की सीडी तलाशने के लिए छह सप्ताह का समय मांगा है। सीडी मिसिग मामले में कार्रवाई तय:
सीडी गायब होने के मामले की जांच सीओ अलीगंज अजय कुमार को सौंपी गई थी पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामले की जांच पूरी कर ली गई है। दो विवेचक व पोस्टमार्टम गृह से सीडी ले जाने वाला सिपाही को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना गया है। इनके खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है। आरटीआई एक्टिविस्ट सुनील कुमार द्वारा मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराई शिकायत अब पुलिस कर्मियों के गले की फांस बनती जा रही है। सीओ ने कार्रवाई की सिफारिश भी कर दी है। सीडी मिसिग के आरोपितों पर शीघ्र कार्रवाई हो सकती है।