दो दिन से मंडी में कारोबार ठप, धरने पर बैठे व्यापारी
एटा, जासं। मंडी सचिव द्वारा किए जा रहे गल्ला व्यापारियों के उत्पीड़न के विरोध में आंदोलन औ
एटा, जासं। मंडी सचिव द्वारा किए जा रहे गल्ला व्यापारियों के उत्पीड़न के विरोध में आंदोलन और तेज हो गया। कारोबार ठप कर व्यापारी धरने पर बैठ गए। व्यापारियों ने एलान किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगीं, तब तक दुकानें नहीं खुलेंगीं और कारोबार ठप रहेगा।
मंडी सचिव अशोक सोलंकी पर व्यापारियों का आरोप है कि उन्होंने 26 दुकानों के निरस्तीकरण की कार्रवाई की है, जो अवैधानिक है। व्यापारी मांग कर रहे हैं कि सभी दुकानें बहाल की जाएं। मंगलवार से शुरू हुई गल्ला व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल बुधवार को भी जारी रही और जिला उद्योग प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष प्रमोद गुप्ता के नेतृत्व में गल्ला व्यापारी मंडी में धरने पर बैठ गए। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा कि व्यापारियों का उत्पीड़न किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। मंडी सचिव के खिलाफ जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक व्यापारी चुप नहीं बैठेंगे।
इसके बाद सभी व्यापारी एकत्रित होकर मंडी सचिव के दफ्तर पर पहुंच गए और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान मंडी सचिव अपने दफ्तर से गायब हो गए, लेकिन इससे पहले ही व्यापारियों की भीड़ देखकर पुलिस बुला ली। काफी देर तक सचिव के दफ्तर पर व्यापारी जमे रहे। यह व्यापारी सचिव को ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन उनकी न मौजूदगी में सचिव के दफ्तर के दरवाजे पर ज्ञापन चस्पा कर दिया गया। मंडी में करोड़ों का कारोबार अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते व्यापारी इस संबंध में जिलाधिकारी से भी मिल चुके हैं। आंदोलन गुरुवार को भी जारी रहेगा। इस अवसर पर महेशचंद्र वर्मा, दुर्गेश कुमार गुप्ता, शंकरलाल, केसी राठौर, सुभाषचंद्र, रामवीर ¨सह, राजकुमार, वीरपाल ¨सह, पवन कुमार जैन, जगतप्रकाश गुप्ता, कश्मीर ¨सह, रामप्रकाश वर्मा, वीरेश ¨सह, गोपाल बाबू, सुरेश बाबू, नाथूराम, जितेंद्र ¨सह, नरेंद्र ¨सह आदि मौजूद रहे।