संजय नगर में पुलियाएं ध्वस्त, फैली कीचड़
शहर के संजयनगर का इन दिनों हाल बेहाल है। कई गलियों में नालों पर बनी पुलियाएं ध्वस्त हो चुकीं हैं। जिनसे नालों का गंदा पानी गलियों और मुख्य सड़कों पर बह रहा है। जिसके चलते स्थानीय वाशिदों को आवागमन की खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चे भी नालियां ध्वस्त होने से फिसलन की समस्या से जूझ रहे हैं।
एटा, जागरण संवाददाता: शहर के संजयनगर का इन दिनों हाल बेहाल है। कई गलियों में नालों पर बनी पुलियाएं ध्वस्त हो चुकी हैं। जिनसे नालों का गंदा पानी गलियों और मुख्य सड़कों पर बह रहा है। जिसके चलते स्थानीय वाशिदों को आवागमन की खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चे भी नालियां ध्वस्त होने से फिसलन की समस्या से जूझ रहे हैं।
दरअसल, संजयनगर यूं तो शहर की नवविकसित कॉलोनी है। नगर पालिका प्रशासन ने यहां की अधिकांश गलियों को सीसी अथवा इंटरलॉकिग कराकर आवागमन की सुविधा समुचित कराई है, मगर अब भी अधिकांश गलियां कच्ची होने से यहां हल्की सी वर्षा भी नागरिकों के लिए जी का जंजाल बन जाती हैं। ऊंची नीची गलियां ऊपर से टूटी पड़ीं नालियां और उनसे बहता गंदा पानी यहां कीचड़ की समस्या को बढ़ा रहा है। नालियों से बहते गंदे पानी का निकास न होने से सारा पानी बीच गलियों में एकत्र हो जाता है, जिसके कारण आए दिन स्थानीय बड़े बुजुर्गों को आने जाने में खासी परेशानी से रूबरू होना पड़ रहा है। कॉलोनी में निवास करने वाले अधिकांश घरों के स्कूल जाने वाले बच्चों को भी गंदे कीचड़युक्त मार्ग से गुजरने के दौरान आए दिन फिसलने से अपनी स्कूल ड्रेस गंदी होने के साथ-साथ पढ़ाई से महरूम होना पड़ता है।
मुहल्लावासियों का कहना है कि कई बार पालिका के अधिशासी अधिकारी और प्रशासनिक अफसरों को भी समस्या से अवगत कराया जा चुका है, मगर इसके बाद भी किसी ने भी यहां मौका मुआयना कराकर आवागमन की समस्या से निजात दिलाने की पहल नहीं की है। संजय नगर के वेदप्रकाश, संजय उपाध्याय, राकेश यादव, निर्मल कुमार आदि ने कहा है कि यदि समस्या का शीघ्र समाधान नहीं कराया गया तो कॉलोनी के वाशिदे प्रदर्शन को बाध्य होगें।