उफनते नाले का घरों में गंदा पानी, चारपाई पर रसोई
एटा नारकीय हालातों से रूबरू होना है तो शहर के मारहरा दरवाजा आइए। यहां नाले के निकट बसे अधिकांश घरों में नालों का गंदा पानी प्रवेश कर रहा है। हालात अभी इतने नाजुक हैं कि कई घरों की महिलाओं को घर में घुसे गंदे पानी के चलते चारपाई पर ही खाना पकाने का इंतजाम करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, एटा: नारकीय हालातों से रूबरू होना है, तो शहर के मारहरा दरवाजा आइए। यहां नाले के निकट बसे अधिकांश घरों में नालों का गंदा पानी प्रवेश कर रहा है। हालात अभी इतने नाजुक हैं कि कई घरों की महिलाओं को घर में घुसे गंदे पानी के चलते चारपाई पर ही खाना पकाने का इंतजाम करना पड़ रहा है।
शहर की मुसलिम बस्ती मारहरा दरवाजे के हालात कुछ ऐसे ही हैं। अर्से से सफाई न होने से नाले उफानभर रहे हैं। बताया जाता है कि पीपल अड्डा पर बनी पुलिया से पानी का निकास रोक दिये जाने से यह स्थिति और भी अधिक विकराल हो गई है। अभी मानसून दूर है। वर्षा में हालात और भी नाजुक होगें। यह सोचकर यहां के लोगों के दिल बैठने लगे हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि पिछले दिनों जिलाधिकारी स्वयं निरीक्षण करने पहुंचे थे। हालात से रूबरू होने के बाद उन्होंने अधीनस्थों को निर्देश भी दिए, मगर पालिका प्रशासन ने उनके निर्देशों को आज तक गंभीरता से नही लिया। नालों की सफाई भी कराई गई। लेकिन सफाई कर्मियों ने सफाई कार्य में भी औपचारिकता ही दिखाई। नालों के ऊपर तैर रहा कचरा तो निकालकर साफ कर दिया गया, कितु नालों की गहराई तक अटी पड़ी सिल्ट की सफाई कराया जाना मुनासिब नही समझा गया। इसी का नतीजा है कि सिल्ट से चौक नालों का गंदा पानी उफन कर अब घरों में लौट रहा है।