एटा में बोर्ड परीक्षा केंद्र बनने के लिए उत्साहित नहीं विद्यालय
सप्ताह भर में सिर्फ 101 विद्यालय ने अपलोड किया डाटा पांच दिसंबर तक डाटा अपलोड करने की अंतिम तिथि जिले में 502 वित्तविहीन विद्यालय
एटा: कोरोना संक्रमण के मध्य माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा 2021 की नीति ने कइयों के अरमानों पर पानी फेरा है। वित्तविहीन विद्यालय में केंद्र बनने के लिए दिखने वाली रुचि फिलहाल नहीं है। यही वजह है कि परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए विद्यालय से भौतिक तथा मूलभूत संसाधनों को लेकर मांगे गए डाटा अपलोड करने में शिथिलता बरती जा रही है।
शासन ने पहली बार परीक्षा नीति में जहां बालिका विद्यालयों को सर्वाधिक तवज्जो दी है। वहीं सूचना प्रौद्योगिकी के विशेष इंतजाम वाले विद्यालय को ही केंद्र बनाने को लेकर मंशा जताई है। कुछ इसी तरह की शासन की मंशा को देखते हुए तमाम विद्यालय संचालक चुप बैठे हैं कि नई नीति से केंद्र बनवाने में सिर्फ जुगाड़ से सफलता नहीं मिलने वाली है। नई शिक्षा नीति आने के साथ ही सप्ताह बाद भी विद्यालय की निष्क्रियता नजर आ रही है।
जनपद के 580 राजकीय, सहायता प्राप्त तथा वित्तविहीन विद्यालय की स्थिति यह है कि अभी तक 101 ने ही विद्यालय से संबंधित जानकारी को लेकर वेबसाइट पर डाटा अपलोड किया है। दूसरी ओर बोर्ड द्वारा पांच दिसंबर तक डाटा अपलोड करने की अंतिम तिथि तय की है। जिले में 502 वित्तविहीन विद्यालय की बड़ी संख्या होने के बावजूद अभी तक दर्जनभर विद्यालय ने भी डाटा अपलोड नहीं किया। विभाग भी चकित है कि इस बार वित्तविहीन विद्यालय प्रक्रिया में पीछे क्यों हैं। उधर, परीक्षा केंद्रों के लिए विद्यालय से मांगी गई अद्यतन सूचनाओं को अपलोड कराने में हो रही देरी को लेकर बोर्ड ने नाराजगी जताई है। उधर, जिला विद्यालय निरीक्षक मिथिलेश कुमार ने विद्यालय के प्रबंधक प्रधानाचार्य को निर्देशित किया है कि वह प्राथमिकता पर डाटा अपलोड कराना सुनिश्चित करें। हर विद्यालय को अनिवार्य रूप से डाटा वेबसाइट पर अपलोड कराना होगा।