बर्ड फ्लू: शौकीनों की बदल गई पसंद
बर्ड फ्लू की खबरों के बीच शौकीनों को अपनी पसंद भी बदलनी पड़ी है। चिकन के बजाए ल
जासं, एटा: बर्ड फ्लू की खबरों के बीच शौकीनों को अपनी पसंद भी बदलनी पड़ी है। चिकन के बजाए लोग मछली और अन्य मांस खरीदने को वरीयता दे रहे हैं। अंडों की बिक्री में भी काफी कमी आई है।
आमतौर पर सर्दियों में अंडे और चिकन का कारोबार शिखर पर होता है। जबरदस्त मांग और खपत के चलते इस मौसम में इन उत्पादों की बंपर बिक्री होती है। लेकिन इस बार बर्ड फ्लू की चर्चाओं ने शौकीनों का जायका बिगाड़ दिया है। सर्दियों में शाम से रात तक जिन अंडे के ठेल पर भीड़ जमा रहती थी, इस बार अधिकांश समय सन्नाटा नजर आ रहा है। चिकन की दुकानों का भी कुछ यही हाल है। समझदार लोग इन चीजों से परहेज कर दूसरे विकल्पों को तवज्जो दे रहे हैं। जिसके चलते इन दिनों मछली और बकरे के मीट की मांग में इजाफा आया है। हालांकि अभी दाम स्थिर हैं, लेकिन बढ़ती मांग को देखते हुए दाम बढ़ना भी तय माना जा रहा है। पक्षी विहार में चल रही निगरानी
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जिले में केवल पटना पक्षी विहार में ही बड़ी संख्या में पक्षियों का डेरा रहता है। जिसमें स्थानीय, बाहरी प्रांतों से लेकर विदेश तक के पक्षी हैं। ऐसे में वहां बर्ड फ्लू की आशंका भी सबसे अधिक है। इसके मद्देनजर वहां लगातार निगरानी की जा रही है। क्षेत्रीय वनाधिकारी नरेंद्र कुमार रावत ने बताया कि हमारी टीम पक्षियों की सक्रियता पर नजर रखे हुए है। किसी में भी लक्षण प्रतीत होते हैं तो तुरंत सैंपलिग कर जांच कराई जाएगी। बोले व्यापारी
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हाल ही में मछली की मांग बढ़ी है। 220 से लेकर 280 रुपये किलो तक का रेट है। अभी इसमें कोई वृद्धि नहीं हुई है। यदि हमें माल महंगा मिलेगा तो रेट बढ़ाने पड़ेंगे।
- राजकुमार, मछली विक्रेता
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बर्ड फ्लू के कारण तमाम लोग चिकन खाना पसंद नहीं कर रहे। ऐसे में बकरे के मीट की खपत बढ़ने की संभावना है। दाम भी बढ़ सकते हैं, अभी 500 रुपये किलो है।
- बब्लू, मीट विक्रेता वर्जन
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ब्लाकों में गठित टीमें क्षेत्र में लगातार निगरानी कर रही हैं। उनसे समय-समय पर जानकारी ली जा रही है। अभी तक किसी तरह की संदिग्ध स्थिति की सूचना कहीं से भी नहीं मिली है।
- डा. एसपी सिंह, सीवीओ