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एआरपी चयन: पूरे प्रदेश में अब तक एटा अव्वल

एटा एनपीआरसी पद समाप्त करने के बाद शैक्षिक सुधार के लिए जहां प्रदेश के 39 जनपद एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के चयन को लेकर अभी जीरो हैं। वहीं एटा जिले ने पूरे प्रदेश को पीछे छोड़ते हुए अब तक प्रथम स्थान पाया है। आसपास के जिले भी चयन के मामले में एटा से काफी पीछे हैं। खास बात तो यह है कि चयनित एआरपी इलाहाबाद से प्रशिक्षण पूरा कर भी लौट आए हैं वहीं शेष पदों को पूर्ण करने की प्रक्रिया भी जारी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Jan 2020 10:22 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 06:08 AM (IST)
एआरपी चयन: पूरे प्रदेश में अब तक एटा अव्वल
एआरपी चयन: पूरे प्रदेश में अब तक एटा अव्वल

एटा, जागरण संवाददाता: एनपीआरसी पद समाप्त करने के बाद शैक्षिक सुधार के लिए जहां प्रदेश के 39 जनपद एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के चयन को लेकर अभी जीरो हैं। वहीं एटा जिले ने पूरे प्रदेश को पीछे छोड़ते हुए अब तक प्रथम स्थान पाया है। आसपास के जिले भी चयन के मामले में एटा से काफी पीछे हैं। खास बात तो यह है कि चयनित एआरपी इलाहाबाद से प्रशिक्षण पूरा कर लौट आए हैं, वहीं शेष पदों को पूर्ण करने की प्रक्रिया भी जारी है।

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यहां बता दें कि शासन द्वारा एबीआरसी पद समाप्त करने के बाद एआरपी चयन शुरू किया तो पूरे प्रदेश में शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध किया। इस पद की कार्यप्रणाली प्रेरणा एप पर आधारित होने के कारण अभी भी विरोध जारी है। प्रदेश के 75 जिलों में से 39 जिलों में तो कोई भी एआरपी विभाग चयन नहीं कर पाया। कारण था कि संगठनों की एकजुटता प्रक्रिया पर भारी पड़ी। कहने को एटा जिले में शैक्षिक स्तर की स्थिति को लेकर भले ही सवाल उठाए जाते हैं, लेकिन एआरपी चयन के मामले में जिले ने पूरे प्रदेश को पीछे छोड़ा है।

एआरपी चयन में 75 फीसद से भी ज्यादा सफलता के बाद जिला टॉप पर है। उधर आसपास के जिले भी अभी चयन का दायरा बढ़ाने में लगे हैं। प्रदेश में अव्वल रहे जिले के चयनित एआरपी हाल ही में चार दिवसीय प्रशिक्षण इलाहाबाद से प्राप्त कर लौटे हैं। यह एआरपी अब शैक्षिक उन्नयन की कवायद में जुटेंगे। बीएसए संजय सिंह का कहना है कि जिले के शिक्षकों ने शैक्षिक सुधार को सकारात्मक रुख दिखाया है। इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। यहां शिक्षक संगठन अब तक मौन

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दूसरे जिलों में एआरपी के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों को संगठन से बाहर निकालने की चेतावनी का असर ही रहा कि तमाम जिले प्रगति में शून्य हैं। जिले में इस मामले पर किसी भी संगठन की कार्रवाई नहीं दिखी है। एटा व आसपास के जिलों की स्थिति

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जिला एआरपी पद चयन फीसद

एटा 45 34 75.76

कासगंज 35 24 68.57

हाथरस 40 27 67.50

अलीगढ़ 65 25 38.46

आगरा 80 29 36.25

फीरोजाबाद 50 20 40


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