लगने लगीं आर्म्ड केबिलें, नहीं होंगे फॉल्ट
बंदरों के कूदने और केबल पकड़ कर झूलने से होने वाले फाल्ट की समस्या से अब जल्द निजात मिल जाएगी। इसके लिए विद्युत विभाग ने आर्मड केबल बिछाने की शुरुआत कर दी है। विद्युत विभाग की इस नई व्यवस्था से विभाग को विद्युत केबल के होने वाले नुकसान से छुटकारा तो मिलेगा ही साथ ही आए दिन होने वाले फाल्ट के चलते लाइनलॉस की समस्या से भी मुक्ति मिल जाएगी।
एटा, जागरण संवाददाता: बंदरों के कूदने और केबिल पकड़ कर झूलने से होने वाले फाल्ट की समस्या से अब जल्द निजात मिल जाएगी। इसके लिए विद्युत विभाग ने आर्म्ड केबिल बिछाने की शुरुआत कर दी है। विद्युत विभाग की इस नई व्यवस्था से विभाग को होने वाले नुकसान से छुटकारा तो मिलेगा ही, साथ ही आए दिन होने वाले फाल्ट के चलते लाइन लॉस की समस्या से भी मुक्ति मिल जाएगी।
अब तक विद्युत विभाग की सप्लाई डोर टू डोर इंसूलेटेड केबिलों के माध्यम से हो रही थी। पोल तक केबिल डालकर विभाग सप्लाई घरों तक पहुंचाता रहा है, जबकि पोल से निजी केबिल डालकर उपभोक्ताओं को बिजली दी जाती रही है। अब विद्युत उपभोक्ताओं के घर के बाहर लगे मीटर तक आर्म्ड केबिलें डालकर विद्युत की सप्लाई दी जाएगी। ये केबिलें मीटर से भी जुड़ी होंगी। ताकि कोई भी उपभोक्ता इन केबिलों से छेड़छाड़ न कर सके। शहर में यह केबिलें फिलहाल महाराणाप्रताप नगर स्थित गलियों में बिछाई जानी शुरु हो चुकी हैं। कई घरों पर मीटर और केबिलें लगाईं जा चुकी हैं। मीटर खराब होने का रहता है डर
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विद्युत केबिलों पर बंदरों के झूलने से फॉल्ट ही नहीं केबिलों के टूटने से उपभोक्ता और विभाग दोनों को ही नुकसान उठाना पड़ता है। फॉल्ट संबंधी शिकायतों को लेकर विभागीय लाइनमैन को भी खासी दौड़-धूप करनी पड़ती। आर्म्ड केबिल बिछाए जाने से लाइनमैनों को इस समस्या से भी जल्द छुटकारा मिल जाएगा। उपभोक्ताओं के मीटर में होने वाली खराबी भी नहीं होगी। -------
पुरानी इंसूलेटेड केबिलों को उतरवाया जा रहा है। नई विद्युत केबिलों के बिछाने के काम की शुरुआत कर दी गई है। इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
संदीप कुमार, अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण खंड