एंटी रैबीज वैक्सीन न लगने से बालक की मौत
स्वास्थ्य केंद्र पर एआरवी न मिलने पर उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे स्वजन 10 मार्च को गांव में काटा था श्वान ने उस दिन लगी थी पहली डोज
जासं, एटा: अवागढ़ स्वास्थ्य केंद्र पर गुरुवार को एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) उपलब्ध न होने का खामियाजा एक बालक को अपनी जिंदगी गंवाकर भुगतना पड़ा। स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल ले जाते समय बालक बेहोश हो गया। जिला अस्पताल में चिकित्सक से उसे मृत घोषित कर दिया।
अवागढ़ थाना क्षेत्र के गांव नगला गलुआ निवासी नजमा और उनके दो पुत्र शाहरुख, नंदू (12) को 10 मार्च को गांव में ही श्वान ने काट लिया। तीनों ने उसी दिन स्वास्थ्य केंद्र आकर एआरवी लगवा ली। आठ अप्रैल को नंदू की हालत बिगड़ गई। स्वजन तीनों को लेकर अवागढ़ स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। मगर, वहां वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी। स्वजन तीनों को लेकर एटा स्थित जिला अस्पताल पहुंचे। यहां चिकित्सक ने नंदू को मृत घोषित कर दिया। स्वजन ने बताया कि अवागढ़ से आते ही नंदू बेहोश हो गया था। सिरिज न होने पर डीएम से शिकायत, खलबली
जिला अस्पताल में नजमा ने चिकित्सक को बताया कि उसे और उसके दूसरे बेटे शाहरुख को भी उसी दिन श्वान ने काटा है। नजमा ने उन दोनों को एआरवी लगाने की गुहार की। जिला अस्पताल में एआरवी तो थी, मगर सिरिज नहीं थी। इस पर नजमा ने जिलाधिकारी डा. विभा चहल को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। डीएम ने जिला अस्पताल के सीएमएस डा. राजेश अग्रवाल से बातचीत की। सीएमएस ने सिरिज की व्यवस्था करा मां-बेटे के वैक्सीन लगवाई। इसके बाद स्वजन बालक का शव लेकर गांव लौट गए। एंटी रैबीज वैक्सीन के लिए कंपनी को आर्डर दिया गया है। शीघ्र ही सिरिज भी पहुंच जाएंगी। यह स्पष्ट नहीं है कि बालक की मौत जिला अस्पताल में हुई या अवागढ़ से आते वक्त रास्ते में।
- डा. राजेश अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, एटा