डेंगू-मलेरिया के बाद अब वायरल संक्रमण का जोर
जिला अस्पताल और निजी चिकित्सकों के यहां भीड़ दिन और रात के तापमान में बदलाव बन रहा वजह
फोटो-06ईटीएच01
जिला अस्पताल और निजी चिकित्सकों के यहां भीड़
दिन और रात के तापमान में बदलाव बन रहा वजह
जागरण संवाददाता, एटा: दीपावली तक डेंगू और मलेरिया का जमकर प्रकोप रहा। तापमान गिरने के साथ अब इन बीमारियों में तो कमी आने लगी है। लेकिन वायरल संक्रमण ने परेशान करना शुरू कर दिया है। दिन और रात में तापमान का उतार-चढ़ाव लोगों के लिए मुसीबत बन रहा है। जिसके चलते लोग खांसी-जुकाम और बुखार की गिरफ्त में आ रहे हैं। खासतौर से बच्चे और बुजुर्गों के लिए मौसम अधिक खतरनाक है। जिला अस्पताल से लेकर निजी चिकित्सकों के यहां इस तरह के अधिकांश रोगी नजर आ रहे हैं।
मौसम के तेवर काफी हद तक बदले हुए हैं। आधी रात के बाद ठंड एकदम से बढ़ जाती है। सुबह तक तापमान 11-12 डिग्री सेल्सियस रहता है। जबकि दिन में यह बढ़कर 28-30 तक पहुंच जाता है। हर दिन हो रहा यह बदलाव लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। दिन में कम कपड़ों में बाहर निकलने वाले लोगों के लिए रात का मौसम खतरनाक हो जाता है। जिसके चलते लोग लगातार सर्दी-जुकाम और बुखार की चपेट में आ रहे हैं। जिला अस्पताल में 200 से 300 लोग हर रोज इसी तरह की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। हालांकि, इतना राहत जरूर हुई है कि ठंड में मच्छरों की संख्या घटने से डेंगू और मलेरिया पर काफी हद तक अंकुश लगा है। जिला महिला अस्पताल के डा. अंशुल गुप्ता ने बताया कि यह मौसम बच्चों के लिए संवेदनशील है। प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वह जल्द वायरल संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। उनके कपड़ों और खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।