पिछड़े वर्ग की न सुनी, तो नपेंगे अफसर
एटा जासं। पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष ने अफसरों को कड़ी हिदायत जारी कर दी है। साफ कहा कि पिछड़ा वर्ग के लोगों की समस्या और शिकायतें गंभीरता से सुनकर निस्तारण नहीं कराया तो अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एक निजी कार्यक्रम में आए आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. हीरा ठाकुर ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है जिससे समाज के लोगों में काफी हर्ष है। उन्होंने बताया कि जल्द ही लखनऊ में आयोग की एक अदालत का गठन किया जाएगा। इसमें पिछड़ा वर्ग के पीड़ित व्यक्ति सादा कागज पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे।
एटा, जासं। पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष ने अफसरों को कड़ी हिदायत जारी कर दी है। साफ कहा कि पिछड़ा वर्ग के लोगों की समस्या और शिकायतें गंभीरता से सुनकर निस्तारण नहीं कराया तो अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एक निजी कार्यक्रम में आए आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. हीरा ठाकुर ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है, जिससे समाज के लोगों में काफी हर्ष है। उन्होंने बताया कि जल्द ही लखनऊ में आयोग की एक अदालत का गठन किया जाएगा। इसमें पिछड़ा वर्ग के पीड़ित व्यक्ति सादा कागज पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इसकी सुनवाई में यदि अधिकारियों की गलती पाई जाती है तो उन्हें अदालत में तलब कर जुर्माने के अलावा कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। यह भी कहा कि आयोग का उद्देश्य है कि पीड़ित लोगों की समस्या, शिकायत का निस्तारण गंभीरता के साथ 15 दिन में किया जाए। यदि किसी अफसर की ओर से लापरवाही की शिकायत आती है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार पिछड़ा वर्ग के गरीब लोगों के विवाह, बच्चों की शिक्षा में मदद कर रही है। युवाओं को तकनीकी शिक्षा के लिए विशेष पैकेज उपलब्ध करा रही है। किया उपाध्यक्ष का स्वागत
लखनऊ से एटा पहुंचे उपाध्यक्ष डॉ. ठाकुर का भाजपाइयों ने भव्य स्वागत किया। इसमें भाजपा जिला मीडिया प्रभारी विक्रांत माधौरिया, कैलाश चंद्र सविता, जयप्रकाश राजौरिया, तुरसनपाल सिंह, डॉ. अरविद कुमार, वीरेंद्र सविता, ज्ञानपाल सविता, कृपाशंकर सविता, राजकुमार सविता, गीतेश सविता, मुकेश माथुर, जगदीश सविता, पन्नालाल सविता, मोहित ठाकुर, कन्हैया सविता आदि लोग शामिल रहे।