30 फीसद ने छोड़ी पहले ही दिन परीक्षा
डीएलएड की परीक्षाएं शुरू 337 गैर हाजिर प्रशिक्षुओं की आधी अधूरी तैयारी से डिगा साहस
एटा : कोरोना संक्रमण के कारण काफी समय से लटकी पड़ी डीएलएड की परीक्षाएं शुक्रवार को शुरू हो गई। पहले दिन दो पारियों में हुई परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों की 30 फीसद से ज्यादा अनुपस्थिति में चौका दिया। पहली बार अनुपस्थिति का रिकार्ड रहा है।
यहां बता दें कि श्रुति डीएलएड परीक्षाओं के पहले दिन प्रथम सेमेस्टर की पुन: परीक्षा थी। दो पारियों में पंजीकृत 1110 परीक्षार्थियों के सापेक्ष परीक्षा में सिर्फ 773 प्रशिक्षु परीक्षार्थी उपस्थित हुए। पहले दिन सात केंद्रों पर परीक्षा हुई। परीक्षा को लेकर सुबह की केंद्रों पर निर्धारित समय से एक घंटे पहले प्रश्न पत्र पहुंचे वहीं आधे घंटे पहले परीक्षार्थियों को थर्मल स्क्रीनिग के अलावा सैनिटाइजर का प्रयोग कराते हुए प्रवेश दिया गया।
वैसे तो कोरोना संक्रमण काल में पहली बीएड प्रवेश परीक्षा में भी परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति अधिक रही थी लेकिन अब हालात सुधरने के मध्य डीएलएड परीक्षा में भी उपस्थिति इतनी कम होगी ऐसी उम्मीद नहीं थी। माना जा रहा है कि कालेज बंद होने के कारण तमाम प्रशिक्षण अच्छी तैयारी नहीं कर सकती हो अनुपस्थित हो गए।
उधर प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर दो-दो पर्यवेक्षक निगरानी के लिए मौजूद रहे। उप शिक्षा निदेशक निदेशक जितेंद्र सिंह डीआइओएस मिथिलेश कुमार के उड़नदस्ते ने शहर में राजकीय इंटर कालेज, गांधी स्मारक इंटर कालेज, वाष्र्णेय इंटर कालेज का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यही नहीं पर्यवेक्षकों को अपनी निगरानी में है प्रश्नपत्र खुलवाने तथा कापी सील कराने के निर्देश भी दिए। कक्ष निरीक्षकों का मांग पत्र दें
डीआइओएस मिथिलेश कुमार ने डीएलएड परीक्षा के लिए केंद्र बने स्कूलों के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया है कि यदि आगामी परीक्षाओं के लिए कक्ष निरीक्षक शिक्षकों की जरूरत हो तो तत्काल मांग पत्र उपलब्ध करा दें।