डीएम की सीएमएस को चेतावनी, बाहर की दवा लिखी तो कार्रवाई
जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी से चिकित्सकों द्वारा बाहर की दवा लिखने का मामला जिलाधिकारी तक पहुंचा। उन्होंने गंभीरता से लेते हुए सीएमएस को चेतावनी दी और कहा कि कोई भी चिकित्सक अगर बाहर की दवा लिखता है तो कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों में हड़कंप मचा है।
देवरिया : जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी से चिकित्सकों द्वारा बाहर की दवा लिखने का मामला जिलाधिकारी तक पहुंचा। उन्होंने गंभीरता से लेते हुए सीएमएस को चेतावनी दी और कहा कि कोई भी चिकित्सक अगर बाहर की दवा लिखता है तो कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों में हड़कंप मचा है।
जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी में एक मरीज भर्ती था। उसे गुरुवार की रात में कुछ इंजेक्शन लगाने व इलाज के क्रम में चिकित्सक ने बाहर से एंटीबायोटिक इंजेक्शन लिख दिया। बाहर से लिखे इंजेक्शन की कीमत सात सौ रुपये थी। मरीज के तीमारदार ने पहले तो चिकित्सक से कहा कि अस्पताल से ही इंजेक्शन लगवा दीजिए। इस पर चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी भड़क गए। मरीज के तीमारदार ने इसकी सूचना जिलाधिकारी अमित किशोर को मोबाइल पर दी। रात में ही जिलाधिकारी ने सीएमएस डा. छोटेलाल से वार्ता कर चेतावनी दी कि बाहर से मरीजों को दवा लिखना मना है तो क्यों बाहर से प्राइवेट में दवाएं लिखी जा रही है। अगर दुबारा शिकायत मिली जो संबंधित चिकित्सक व कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सीएमएस ने अस्पताल में बैठक कर चिकित्सकों व फार्मासिस्टों को चेतावनी दी कि अगर बाहर की दवा कोई भी चिकित्सक लिखेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई तय है। जिलाधिकारी के तेवर से जिला अस्पताल में हड़कंप मचा है। सीएमएस ने कहा कि डीएम साहब का फोन आया था। बैठक बुलाकर चिकित्सकों व फार्मासिस्टों को चेतावनी दी गई है।