रैन बसेरा में भर गया पानी, नहीं मिला आसरा
निराश्रित एवं असहाय वर्ग के लोगों को शीतलहर व ठंड से बचाने के लिए शहर में स्थापित किए गए चार अस्थायी रैन बसेरे बारिश होने पर आसरा नहीं दे पा रहे हैं।
देवरिया: निराश्रित एवं असहाय वर्ग के लोगों को शीतलहर व ठंड से बचाने के लिए शहर में स्थापित किए गए चार अस्थायी रैन बसेरे बारिश होने पर आसरा नहीं दे पा रहे हैं। कई दिनों से बारिश का पानी भर जाने से लोगों को दुश्वारियां झेलनी पड़ी है।
नगर पालिका परिषद की तरफ से शहर के रामेश्वरलाल विश्वंभरलाल चौराहा पर कसया ओवरब्रिज के नीचे, जिला अस्पताल परिसर, रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन परिसर में अस्थायी रैन बसेरा स्थापित किया गया है। इन जगहों पर कर्मचारियों की तैनाती की गई है। कर्मचारियों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है, जो रात में ठहरने वाले लोगों का नाम, पता व मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज करते हैं। गुरुवार व शुक्रवार को बारिश होने पर रेलवे स्टेशन व रोडवेज परिसर में बनाए गए रैन बसेरा में पानी घुस गया। जिसके चलते लोग आसरा नहीं ले पाए। पानी से भीग जाने से रजाई, गद्दों व अन्य समान को समेटना पड़ा। शनिवार की सुबह करीब छह बजे सदर रेलवे स्टेशन परिसर में बना रैन बसेरा बंद मिला। सामान बिखरा हुआ था।जलकल कर्मी विनोद मणि रैन बसेरा में मौजूद सामानों की रखवाली करते मिले। यही हाल रोडवेज परिसर में स्थित रैन बसेरा का था। दो दिन पूर्व बारिश होने पर एडीएम प्रशासन कुंवर पंकज व ईओ रोहित कुमार सिंह जायजा लेने पहुंचे थे। बारिश के चलते रैन बसेरों में बदहाली सामने आई थी। ईओ नगर पालिका रोहित सिंह ने कहा कि रैन बसेरों में बारिश से बचाव के इंतजाम किए गए हैं लेकिन बगल से बारिश का पानी टेंट में घुस जा रहा है। बारिश का पानी घुसने से रोकने के लिए टेंटवाले को निर्देश दिए गए हैं। स्थायी रैन बसेरा बनने से ही मिलेगी निजात
शहर में जगह की कमी से स्थायी रैन बसेरा स्थापित नहीं हो पा रहा है। यदि बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन व जिला अस्पताल प्रशासन की तरफ से जगह उपलब्ध कराई जाती तो स्थायी रैन बसेरा बनाया जा सकता है।