वार्ड फुल,एक बेड पर दो बच्चों का इलाज
देवरिया के जिला अस्पताल के सएनसीयू वार्ड में एक बेड पर दो-दो बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
देवरिया: जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू (सिक न्यू बार्न केयर यूनिट) में नवजातों के भर्ती करने के लिए 20 बेड है। यहां एक बेड पर दो-दो बच्चों का इलाज हो रहा है। इलाज में लापरवाही को लेकर यहां आए दिन हंगामा हो रहा है।
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कम पड़ रहा 20 वार्मर बेड
वार्ड में 20 वार्मर बेड शिशुओं के लिए रखे गए हैं। जिला महिला अस्पताल से ज्यादा सीएचसी,पीएचसी से रेफर शिशु यहां भर्ती किए जाते हैं। प्राइवेट अस्पताल में भी प्रसव के बाद जब शिशु की हालत गंभीर होती है तो यहीं भर्ती किए जाते हैं।
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ये शिशु होते हैं भर्ती
0 से 28 दिन के बीमार शिशुओं को यहां भर्ती किया जाता है। सात माह में पैदा हुए शिशु, पैदा होते समय नहीं रोने वाले शिशु, कम वजन के शिशु, पीलिया आदि बीमारी से पीड़ित शिशुओं का यहां इलाज किया जाता है।
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मात्र 11 फोटोथेरपी मशीन
यहां बीस बेड के सापेक्ष 11 फोटो थेरेपी मशीन है। इससे पीलिया आदि बीमारियों के इलाज में सहूलियत मिलती है। मशीन की मदद से शिशु के शरीर का संक्रमण बहुत जल्द समाप्त हो जाता है और वह स्वस्थ हो जाता है।
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तीन माह में भर्ती हुए 781 शिशु
बीते तीन माह में भर्ती मरीजों के आंकड़े पर गौर करें तो अक्टूबर 2019 में 405 शिशु, नवंबर में 190 शिशु व दिसंबर में 186 शिशुओं को भर्ती किया गया। इनमें 49 शिशुओं की मौत हो गई, अन्य शिशु स्वस्थ हो गए।
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भर्ती नवजात को परेशानी न हो इसका ध्यान रखा जाता है। कभी-कभी मरीजों की संख्या बढ़ने पर समस्या हो जाती है।
डा. माला सिन्हा
सीएमएस,
जिला महिला चिकित्सालय