यूपी बोर्ड: परीक्षा केंद्र निर्धारण में मनमानी
उधर माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रदेश अध्यक्ष लाल बहादुर यादव का कहना है कि जो केंद्र बनाए गए हैं उसमें कोरोना को भी ध्यान में नहीं रखा गया है। 40 ऐसे केंद्र बने हैं जहां 800 से 1200 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगी। इससे संक्रमण फैल सकता है।
देवरिया: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा को लेकर तैयारी तेज हो गई है। बोर्ड की ओर से घोषित परीक्षा केंद्रों की प्रथम सूची में अधिकांश केंद्रों को 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर बना दिया गया है। जिससे छात्र से लेकर विभिन्न विद्यालयों के प्रबंधक व प्रधानाचार्य परेशान हैं। साथ ही इसकी शिकायत भी उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में दर्ज कराया है।
आनलाइन परीक्षा केंद्र निर्धारण के बाद 197 परीक्षा केंद्र बोर्ड की ओर से प्रथम सूची जारी हो गई है। परीक्षा केंद्र की सूची जारी होते ही विद्यालयों के प्रबंधक परेशान नजर आने लगे हैं। केंद्र निर्धारण में जमकर मनमानी हुई है। कमलावती देवी उमा विद्यालय सल्हपुर का केंद्र इंटर कालेज मायापुर इमलिया घांटी में भेजा गया है। जबकि छात्राओं का शोभा इंटर कालेज रामपुर को बनाया गया है। जबकि संस्था से नजदीक में किसान इंटर कालेज सल्हपुर, गौरीशंकर जनकदुलारी इंटर कालेज समेत अन्य विझालय हैं। श्रीकृष्ण शिक्षण संस्थान भलुअनी का केंद्र मझगांवा बनाया गया है।
भलुअनी के आसपास पांच केंद्र बनाए गए हैं। इसी तरह डा.भीमराव आंबेडकर कन्या इंटर कालेज बघौचघाट का केंद्र नैन कुमारी जगत नारायण इंटर कालेज सकतुवा, देवनंद इंटर कालेज पथरदेवा बनाया गया है, जो विद्यालय से काफी दूर है। सर्वोदय इंटर कालेज फतेहपुर का इंटर बालक वर्ग का केंद्र 15 किमी दूर एडी इंटर कालेज बभनी बनाया गया है। यह तो एक बानगी मात्र है। इस तरह के कई विद्यालयों के केंद्र बनाए गए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक डीके गुप्ता का कहना है कि जो भी आपत्तियां आ रही हैं, उसका निस्तारण किया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी की तरफ से समिति का गठन किया गया है। सभी आपत्ति का निस्तारण वह समिति ही करेगी।
उधर माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रदेश अध्यक्ष लाल बहादुर यादव का कहना है कि जो केंद्र बनाए गए हैं, उसमें कोरोना को भी ध्यान में नहीं रखा गया है। 40 ऐसे केंद्र बने हैं, जहां 800 से 1200 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगी। इससे संक्रमण फैल सकता है।