आठ मोबाइल के साथ दो लुटेरे गिरफ्तार
स्टेशन के निकट राहगीरों को बनाते थे अपना शिकार
देवरिया: शहर में मोबाइल लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो लुटेरों को पुलिस ने रुद्रपुर मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से आठ एंड्रायड मोबाइल बरामद हुआ। स्टेशन रोड पर अकेले राहगीरों को बदमाश अपना निशाना बनाते थे। लूट की मोबाइल ओएलएक्स की साइड पर डालकर कम दाम में बेच देते थे। पुलिस अन्य बदमाशों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
लूट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने बताया कि 9 अगस्त को शहर के आसिफ मोहम्मद का मोबाइल बदमाशों ने स्टेशन रोड से लूट लिया था। पीड़ित की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। खुलासे के लिए कोतवाली पुलिस के अलावा ईगल टीम को लगाया गया था। शुक्रवार को मुखबिर से सूचना मिलने पर ईगल टीम प्रभारी शशांक शेखर राय ने कोतवाली पुलिस के साथ जेल चौकी के समीप, रुद्रपुर मोड़ पर दो बदमाशों को गिरफ्तार किया। दोनों बदमाश मोबाइल को बेंचने की फिराक में थे। संदिग्धों के पास से आठ एंड्रॉयड मोबाइल बरामद हुआ। पूछताछ में उनकी पहचान भलुअनी थाना क्षेत्र के पैकौली गांव निवासी रवि निषाद, कोतवाली थाना क्षेत्र के अबूबकर नगर निवासी कमलेश वर्मा के रूप में हुई। उन्होंने शहर में मोबाइल लूट की घटनाओं को स्वीकार किया। पीड़ित आसिफ का मोबाइल भी उनके पास से बरामद हुआ। जांच में पता चला कि शातिर मोबाइल लुटने के बाद उसे ओएलएक्स की साइड पर डाल देते थे। मोबाइल ग्राहक को कम रेट में मोबाइल का आफर देते और उसे बेच देते। लूट की दर्जनों मोबाइल लुटेरों द्वारा बेचा जा चुका था। एसपी ने बताया कि करीब दो लाख रुपये का मोबाइल दोनों के पास से बरामद हुआ है। गिरफ्तार करने वालों में दारोगा विनोद यादव, शिवबचन यादव, सुदामा, योगेंद्र, चंदन, अनिल, चंद्रशेखर, दीपक सोनी, राजेश तिवारी शामिल रहे। अपनी ही जाल में फंस गए लुटेरे
लुटेरे अपनी ही बनाई जाल में फंस गए और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों का कहना है कि मोबाइल लूट की घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश उसे ओएलएक्स पर डालकर बेच देते थे। लूट की रकम में वह अपना परिवार चलाते थे। आसिफ की मोबाइल लूटने के बाद बदमाशों ने उसे तत्काल ओएलएक्स पर डाल दिया था। दूसरे दिन आसिफ ओएलएक्स पर सेकेंड हैंड मोबाइल देख रहा था। इसी दौरान उसकी नजर ओएलएक्स पर पड़े अपने मोबाइल पर पड़ी। उसने विक्रेता से तत्काल संपर्क किया तो युवक देवरिया का निकला। आसिफ ने मोबाइल खरीदने की इच्छा जताई और लुटेरे ने भटवलिया चौराहे पर बुलाया। मोबाइल देखकर वह हैरान रह गया। रुपये निकालने के बहाने वह संदिग्ध को लेकर बैंक पहुंचा और अकेले में जाकर एसपी को सूचना दी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई संदिग्धों को पकड़ ली। इस तरह पुलिस ने लुटेरों के गैंग का पर्दाफाश किया। एसपी ने कहा कि ओएलएक्स पर कोई भी सामान खरीदते वक्त सावधानी बरतें, सामान चोरी का हो सकता है। पड़ताल के बाद ही उसकी खरीदारी करें। दोनों आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया।