सामाजिक व आर्थिक विकास में डाक विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण
राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत विश्व डाक दिवस मनाया गया
देवरिया: प्रधान डाकघर की तरफ से राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत बुधवार को विश्व डाक दिवस मनाया गया। इस दौरान शहर में पैदल यात्रा निकाली गई। लोग हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां व बैनर के साथ प्रधान डाकघर से कचहरी चौराहा, सुभाष चौक पहुंचे।
सहायक अधीक्षक (मुख्यालय) संजय गुप्ता ने कहा कि भारतीय डाक विभाग, डाक सेवाओं के अलावा, बीमा, बैंकिग, आधार, पासपोर्ट, रेलवे टिकट बुकिग, गंगाजल बिक्री, एलसीडी बल्ब बिक्री आदि सेवाएं प्रदान कर रहा है। यह देश के सबसे पुराने विभागों में एक है। देश के सामाजिक, आर्थिक विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। एक ऐसा सेवा संस्थान है जो कि केवल देश के भीतर ही नहीं, बल्कि देश की सीमाओं के बाहर अन्य देशों तक संचार में मदद करता है। पूरे विश्व में प्रत्येक वर्ष नौ अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय डाक दिवस मनाया जाता है। नौ से 15 अक्टूबर तक भारत में राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाया जाता है। एक विश्व एक डाक प्रणाली की अवधारणा को साकार करने के लिए नौ अक्टूबर 1874 को यूनिवर्सल (जनरल) पोस्टल यूनियन की बर्न (स्वीटजरलैण्ड) में 22 देशों ने मिलकर एक संधि पर हस्ताक्षर किया था। भारत सर्वप्रथम एशियाड राष्ट्र था जो एक जुलाई 1876 से इसका सदस्य बना। वर्ष 1969 में जापान के टोकियो में नौ अक्टूबर को विश्व डाक दिवस घोषित किया गया। राष्ट्रीय डाक सप्ताह में 10 को सेविग बैंक दिवस, 11 को डाक जीवन बीमा दिवस, 12 को डाक टिकट संग्रह दिवस, 14 को व्यवसाय दिवस, 15 को मेल दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर सहायक अधीक्षक डाकघर(भ्रमण) शिव प्रसाद, निरीक्षक डाकघर(पूर्वी) उप मंडल श्यामनारायण मिश्र, शाखा प्रबंधक आइपीपीबी तुषारदत्त तिवारी, डाकपाल केके चौबे, बिक्री प्रबंधक अमित जायसवाल ने भी संबोधित किया।