शिलान्यास तक सिमट कर रह गई बाइपास की राह
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अपने पहले कार्यकाल में 25 जनवरी 2018 को देवरिया आए थे। राजकीय इंटर कालेज के मैदान में देवरिया बाइपास एनएच 727-ए की घोषणा करने के साथ ही शिलान्यास किया।
देवरिया: देवरिया बाइपास ठंडे बस्ते में है, लेकिन एक दिन पहले वर्चुअल समारोह के दौरान राजस्थान के राज्यपाल व पूर्व सांसद कलराज मिश्र ने देवरिया बाइपास के अधर में होने का जिक्र कर फिर एक बार इसे चर्चा में ला दिया है। हाल यह है कि बाइपास नहीं होने से देवरिया शहर में जाम की समस्या निरतंर बढ़ती जा रही है।
शहर में जाम की समस्या को देखते हुए देवरिया बाइपास की मांग लंबे समय से की जा रही है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अपने पहले कार्यकाल में 25 जनवरी 2018 को देवरिया आए थे। राजकीय इंटर कालेज के मैदान में देवरिया बाइपास एनएच 727-ए की घोषणा करने के साथ ही शिलान्यास किया। लोगों को उम्मीद थी कि जल्द ही बाइपास का कार्य शुरू हो जाएगा, लेकिन सर्वे के बाद यह परियोजना ठंडे बस्ते में है। लोगों का कहना है कि बाइपास बनने से भारी व लंबी दूरी के वाहन बाहर से ही बाहर निकल जाएंगे। शहरवासियों को जाम के झाम से निजात मिल जाएगी। इसको लेकर लोग टकटकी लगाए बैठे हैं।
लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के सहायक अभियंता विद्या सागर सिह ने बताया कि बैतालपुर से सोनूघाट के बीच बाइपास का शिलान्यास हुआ था, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। लोक निर्माण विभाग की तरफ से सोनूघाट से महुआनी के बीच सात मीटर चौड़ी सड़क निर्माण के लिए शासन में मामला लंबित है।
प्रस्तावित था बैतालपुर-सोनूघाट तक बाइपास
देवरिया बाइपास बैतालपुर से सोनूघाट तक प्रस्तावित थी। जिसमें सोनूघाट से महुआनी के बीच 4.9 किलोमीटर तक सड़क पहले से बनी है, लेकिन जर्जर हालत में है। सोनूघाट से महुआनी के बीच सड़क निर्माण के लिए शासन में मामला चल रहा है। उम्मीद है कि इसी वित्तीय वर्ष में धन जारी हो जाएगा।