वादी बना लूटकांड में आरोपित, विवेचक बने वादी
शहर के रुद्रपुर रोड पर लक्ष्मीनारायण मंदिर के पास 32 लाख रुपये आभूषण लूटकांड में सराफा व्यवसायी सूरज वर्मा उसके छोटे भाई अजय वर्मा व दोस्त शुभम मौर्य को जेल भेज दिया गया। वादी सराफा व्यवसायी सूरज वर्मा के आरोपित बनने के बाद विवेचक वादी बन गए हैं।
देवरिया: शहर के रुद्रपुर रोड पर लक्ष्मीनारायण मंदिर के पास 32 लाख रुपये आभूषण लूटकांड में सराफा व्यवसायी सूरज वर्मा, उसके छोटे भाई अजय वर्मा व दोस्त शुभम मौर्य को जेल भेज दिया गया। वादी सराफा व्यवसायी सूरज वर्मा के आरोपित बनने के बाद विवेचक वादी बन गए हैं। पर्दाफाश करने वाली एसओजी व पुलिस टीम गवाह बन गई है। पुलिस अधिकारी विवेचना के लिए विधिक राय ले रहे हैं।
19 जनवरी को व्यवसायी ने 32 लाख के आभूषण लूट जाने की बात कही थी। सराफा व्यवसायी की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। एसओजी व पुलिस टीम ने सराफा व्यवसायी सूरज व उसके छोटे भाई अजय वर्मा के मोबाइल फोन का सीडीआर (काल डिटेल रिकार्ड) व सीसी फुटेज के आधार पर छानबीन की तो सच्चाई सामने आ गई। मुकदमे का वादी व्यवसायी सूरज वर्मा, उसका छोटा भाई अजय वर्मा, रामपुर कारखाना के गुदरी गांव का रहने वाला दोस्त शुभम मौर्य पुत्र चंद्रशेखर उर्फ मुन्ना व दूसरे दोस्त ने मिलकर लूटकांड की कहानी रची थी। इनके जेल जाने के बाद विवेचक व प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार सिंह मुकदमे में वादी बन गए। टीम में शामिल एसओजी प्रभारी अनिल यादव, एसओजी के उप निरीक्षक गोपाल प्रसाद व सादिक परवेज, उप निरीक्षक महेंद्र कुमार, संजय यादव व संदीप सिंह, एसओजी के योगेंद्र कुमार, धनंजय श्रीवास्तव, शशिकांत राय, मेराज खां, प्रशांत शर्मा, दिव्यशंकर राय, सुदामा यादव, सर्विलांस टीम के राहुल सिंह, विमलेश सिंह, सुधीर मिश्र, वर्मा प्रजापति, पीयूष सिंह, संजय सिंह, रितेश सोनकर, विजय कुमार गवाह बन गए। सीओ श्रीयश त्रिपाठी ने बताया कि लूटकांड में विवेचक वादी व टीम में शामिल लोग गवाह बन गए हैं। विवेचना के लिए विधिक राय ली जा रही है।