इंसेफ्लाइटिस से बचाव का इंतजाम अधूरा
देवरिया में कोरोना संक्रमण के चलते इस तरफ नहीं जा रहा अधिकारियों का ध्यान।
देवरिया: जिले में इंसेफ्लाइटिस को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं है। गांवों में इंसेफ्लाइटिस के मरीजों को चिह्नित करने का काम ठप है। महकमा कोरोना पर केंद्रित हो कर रह गया है। ऐसे में कभी भी जिले में इंसेफ्लाइटिस पांव पसार सकता है।
जिले में 17 अस्पतालों में इंसेफ्लाइटिस के मरीजों को भर्ती करने के लिए इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित किए गए हैं। जिसमें 16 सीएचसी व एक न्यू पीएचसी पर है। यहां डाक्टरों की तैनाती के साथ ही बेड, ऑक्सीजन, सक्सन, नेबुलाइजर आदि की व्यवस्था है। ग्रामीण क्षेत्रों से जब भी मरीज आते हैं। यहां बिना भर्ती किए ही उन्हें रेफर कर दिया जा रहा है। इस वर्ष अभी तक इन केंद्रों पर मात्र 15 मरीजों को भर्ती किया गया है।
वर्ष इंसेफ्लाइटिस मरीज मौत
2018 265 18
2019 196 9
2020 84 5 अब तक
इंसेफ्लाइटिस को लेकर विभाग पूरी तरह से सतर्क है। ईटीसी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया जाएगा, जहां भी लापरवाही मिलेगी वहां कार्रवाई की जाएगी।
डा. आलोक कुमार पांडेय, सीएमओ